सालर मे पकड़ाया 2 लाख रूपये का 9 क्विंटल गुड़ाखू और 800 लीटर डीजल!
एसडीओपी जीतेन्द्र खूंटे और थाना प्रभारी आशीष वासनिक की छापामार कार्यवाही
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अजेश अग्रवाल के भाई संजू अग्रवाल के घर पकड़ाया सामान
रातो रात माल को रायपुर भेजने की चल रही थी तैयारी,
रंगे हाथ पकड़ाया आरोपी को गिरफ्तार किया पुलिस नें
लक्ष्मी नारायण लहरे
सारंगढ़ । सारंगढ़ के समीपस्थ ग्राम सालर मे पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अजेश पुरूषोत्त्म अग्रवाल के भाई संजू अग्रवाल के निवास मे 15 मई की रात को 10 बजे पुलिस ने छापामार कार्यवाही करते हुए 9 क्विंटल गुड़ाखू और 4 ड्रम डीजल बरामद किया है। पुलिस की इस बड़ी कार्यवाही से अवैध धंधे करने वालो के हाथ पांव फूल गये।
एसडीओपी जीतेन्द्र खूंटे और थाना प्रभारी आशीष वासनिक के द्वारा किया गया इस छापामार कार्यवाही में व्यापक मात्रा मे मिली सामान से पुलिस के भी चकित रह गई है। वही इस मामले मे एक और कहानी सामने आ रही है कि उक्त सामान रायपुर जा रही एक पिकअप वाहन का था जो कि घोराघाटी के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसके माल को औने-पौने दाम पर संजू अग्रवाल के द्वारा खरीद लिया गया। वही कनकबीरा पुलिस के द्वारा इस दुर्घटनाग्रस्त पिकअप और इसके माल के बारे मे कोई कार्यवाही नही करना भी कई सवालो को जन्म दे रहा है। बहरहाल सारंगढ़ पुलिस ने माल जप्ती कर लिया है तथा आरोपी संजू अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया है।
इस संबंध मे मिली जानकारी के अनुसार सालर निवासी संजू अग्रवाल के निवास मे काफी मात्रा मे गुड़ाखू डंप होकर रखने की शिकायत एसडीएम और एसडीओपी को किया गया। इस शिकायत के आधार पर देररात 10 बजे एसडीओपी जीतेन्द्र खूंटे और थाना प्रभारी आशीष वासनिक के साथ कनकबीरा चौकी प्रभारी एम.डी.जायसवाल के साथ साथ पुलिस की टीम तथा राजस्व विभाग से संबंधित हल्का के पटवारी ने छापामार कार्यवाही करते हुए संजू अग्रवाल के घर पर दबिश दिया। इस छापामार कार्यवाही मे संजू अग्रवाल के घर के सामने एक छोटा हाथी मे लोड़ किया जा रहा 5 क्विंटल गुडाखू और कमरे मे रखा हुआ 4 क्विंटल गुड़ाखू यानि कुल मिलाकर लगभग 9 क्विंटल गुडाखू अनुमानिम बाजार मूल्य 2 लाख रूपये का बरामद किया गया। वही कमरे मे रखा हुआ 4 ड्रम मे डीजल को भी बरामद किया गया। लगभग 800 लीटर से अधिक डीजल को भी जप्त कर लिया गया है। इस कार्यवाही के साथ ही आरोपी संजू अग्रवाल को भी पुलिस के द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। उल्लेखनीय है कि संजू अग्रवाल सालर के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अजेश पुरूषोत्त्म अग्रवाल के भाई है। इस छापामार कार्यवाही की सूचना मिलते ही सालर में कौतूहल का माहौल बन गया था।
आखिर किसका था गुड़ाखू?
इस गुडाखू के मामले मे सूत्रो के बताये अनुसार आज सालर के पास एक पिकअप वाहन दुर्घटनाग्रस्त हुआ था जो कि रायपुर जा रहा था उक्त वाहन में भारी मात्रा मे गुड़ाखू भरा हुआ था। इस पिकअप वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना के बाद भी कनकबीरा पुलिस चौकी के द्वारा कोई कार्यवाही नही किया गया तथा उक्त वाहन को टोचन करके सालर मे प्रकाश अग्रवाल के माजदा के द्वारा सालर ले आया गया। साथ ही उक्त वाहन में लदा हुआ सामान को रायपुर के व्यापारी से सेटिंग करके आधा दर पर संजू अग्रवाल के द्वारा खरीद लिया गया। इस गुड़ाखू का बिल व्हाऊचर नही था और इसे दुगुना दर पर सालर अंचल मे खपाने की योजना आरोपी संजू अग्रवाल का था। किन्तु घर मे डंप करके रखा गया इस माल की सूचना पुलिस और प्रशासन को मिल गई तथा शिकायत के आधार पर किया गया कार्यवाही में आरोपी संजू अग्रवाल के घर से भारी मात्रा मे गुड़ाखू 9 क्विंटल और 4 ड्रम अवैध डीजल बरामद किया गया। इस कार्यवाही से माफियाओ मे हडकंप मच गया है।
कनकबीरा पुलिस चौकी की लापरहवाही भरा कार्य ?
इस पूरे मामले मे कनकबीरा पुलिस की भूमिका अत्यंत ही संदिग्ध और लचर रही है। सारंगढ़ से रायपुर जा रही पिकअप क्रमांक सीजी 04 जेडी 8441 सालर के आगे घोराघाटी के पास नीम पेड़ के बगल वाली सड़क पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। गुड़ाखू से भरी इस गाड़ी मे गुड़ाखू का कोई भी बिल-व्हाऊचर आदि नही था। फिर भी कनकबीरा पुलिस ने इस दुर्घटनाग्रस्त वाहन के लिये शिकायत का इंतजार किया तथा किसी भी प्रकार से कोई कार्यवाही नही किया। वही देर शाम को जानकारी लेने पर पुलिस चौकी प्रभारी एम.डी.जायसवाल ने बताया कि पिकअप खाली सड़क पर पड़ी हुई थी तथा कोई भी सामान वहा पर नही मिला है। ऐसे मे उन्होने कोई कार्यवाही नही किया। वही माल के साथ पिकअप के पलटे रहने के फोटो दिखाये जाने पर चौकी प्रभारी कुछ भी जवाब नही दिये। जिससे साफ जाहिर होता है कि उक्त पिकअप मे भारी मात्रा मे गुड़ाखू लोड़कर रायपुर ले जाया जा रहा था किन्तु दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद भी इसमे लोड़ माल और बिल के संबंध मे कोई कार्यवाही नही करते हुए कनकबीरा चौकी प्रभारी के द्वारा अभयदान प्रदान कर दिया गया। अब पूरे मामले मे एसडीओपी जीतेन्द्र खूंटे के द्वारा छापामार कार्यवाही करने से पूरा मामला का पोल खुल गया।
लक्ष्मी नारायण लहरे