आज होगी भाजपा की भव्य नामांकन रैली, कांग्रेस दिखा चुकी कल अपनी ताकत : रायपुर दक्षिण उप चुनाव
रायपुर । रायपुर उपचुनाव के लिए सत्ता और विपक्ष की दोनों ही पार्टियों ने अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं, राजनीति की गहमा- गहमी शुरू हो चुकी है । दोनों ही प्रमुख पार्टी के उम्मीदवारों ने शुभ मुहूर्त के हिसाब से बुधवार को बिना किसी भीड़ के केवल कुछ साथियों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचकर नामांकन भर दिया, कांग्रेस ने कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन की घोषणा कर दी है वही आप पार्टी को अब तक प्रत्याशी ही नहीं मिला है ।
जबकि कांग्रेस भव्य रैली के साथ आज 24 अक्टूबर को फिर से नामांकन दाखिल किया वहीं भाजपा अपनी ताकत आज 25 अक्टूबर को दिखाएगी । जबकि तीसरी ताकत के रूप में उभर रहे राष्ट्रीय स्तर की पार्टी आप को उपचुनाव के अभी तक कोई प्रत्याशी नहीं मिला है । प्रदेश के प्रमुख क्षेत्रीय पार्टी जोगी कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी में भी रायपुर उपचुनाव को लेकर कोई विशेष उत्साह देखने को नहीं मिल रहा है, हालांकि जोगी कांग्रेस द्वारा कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में पत्र दिए जाने की खबर है। हालांकि अभी तक कुल 25 से ज्यादा लोगों ने नामांकन दाखिल कर लिया है ।
पिछले बुधवार को नामांकन दाखिल पहुंचे भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों के बीच आमना-सामना होने पर एक रोचक दृश्य सामने आया कि कांग्रेस के युवा प्रत्याशी आकाश शर्मा ने भाजपा के वरिष्ठ राजनीतिज्ञ सुनील सोनी का पैर छूकर जीत के लिए आशीर्वाद लिया । इस बात को लेकर पत्रकारों के सवाल पर आकाश शर्मा ने जवाब दिया कि यह उनके परिवार और छत्तीसगढ़ के संस्कृति का संस्कार है, कि किसी भी शुभ काम के पहले बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद लिया जाता है । चुनावी मुद्दे के सवाल पर उन्होंने बताया कि उनके लिए प्रमुख मुद्दा रायपुर दक्षिण विधानसभा की अव्यवस्था है, जिसके जवाबदारी उन्होंने रायपुर दक्षिण के आठ बार के भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल को बताया, और इसी आधार को लेकर आकाश अपनी जीत को लेकर पूर्ण विश्वास के साथ आश्वस्त दिखे ।
जबकि भाजपा प्रत्याशी सुनील सोनी अपने महापौर और सांसद कार्यकाल में हुए विकास का उल्लेख करते हुए अपनी जीत को लेकर पूर्ण रूप से आश्वस्त दिखे । जबकि बृजमोहन अग्रवाल ने रायपुर दक्षिण विधानसभा के उपचुनाव को लेकर कांग्रेस को पूरी तरह से अभी से हताश बताते हुए दावा किया कि भाजपा के प्रत्याशी के खिलाफ उन्हें कोई और उम्मीदवार नहीं मिला तो एक नौसीखिए राजनीतिज्ञ को मैदान में उतार जिसे विधानसभा क्षेत्र के 90 पर प्रतिशत से ज्यादा मतदाता जानते भी नहीं है । साथ ही उन्होंने कांग्रेस के भीतर टिकट वितरण को लेकर उपजे आक्रोश और पैदा हुई गुटबाजी को लेकर कहा कि कि भाजपा के कार्यकर्ताओं को जीत के लिए ज्यादा मेहनत भी नहीं करनी पड़ेगी कांग्रेस के ही आक्रोशित कार्यकर्ता हमें जीत देंगे ।
वैसे सोशल मीडिया में भी कांग्रेस से टिकिट के दो प्रमुख उम्मीदवारों पूर्व महापौर प्रमोद दुबे और दक्षिण विधानसभा के एक-एक घर में पिछले कई सालों से घर-घर जाकर मुलाकात कर रहे, कन्हैया अग्रवाल ने सोशल मीडिया में सांकेतिक रूप से अपनी नाराजगी जाहिर कर दी है । इन दोनों ही नेताओं ने कांग्रेस प्रत्याशी की घोषणा होने से पहले ही नामांकन फार्म खरीद लिए थे इस संबंध में कन्हैया अग्रवाल ने तो किसी भी प्रकार की बात करने से इनकार कर दिया, पर प्रमोद दुबे ने भूमकाल समाचार से बात करते हुए स्वीकार किया कि सत्ता पक्ष के अनुभवी राजनीतिज्ञ के सामने युवा प्रत्याशी को खड़ा करने का निर्णय अगर पार्टी ने लिया है तो सोच समझ कर ही लिया होगा, उन्होंने कहा कि वह पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता हैं और पार्टी के निर्णय के साथ हैं उन्हें किसी भी प्रकार का कोई आक्रोश या दुख नहीं है ।