गांव में दबंगों ने एक परिवार का किया बहिष्कार, पीड़ित परिवार ने कोसीर थाने में न्याय की लगाई गुहार
गांव के दबंग खाप -पंचायत के लिए मांगे 05 हजार
लक्ष्मी नारायण लहरे
कोसीर । लॉक डाउन 03 के अंतिम दिन एक ऐसा वाक्या सामने आया जो समाज के लिए एक धब्बा है आज भी समाज में खाप पंचायत और गांव में निर्बल परिवार को गांव से बहिष्कार कर दिया जाता है और सबूत के अभाव या उचित न्याय नहीं मिलने पर दबंगों के हौसले बढ़ जाते हैं कुछ लोगों की वजह से पीड़ित परिवार गांव में प्रताड़ित होते हैं और पूरा गांव तमाशबीन बन जाता है आखिर आज भी समाज में इस तरह की वाक्य का होना कानून को मुंह दिखाना है ।
सारंगढ़ विकासखंड के कोसीर थाना क्षेत्र के गांव भंवरपुर गांव की मामला है । कुछ दबंगों ने भंवरपुर के एक परिवार का गांव में बहिष्कार कर दिया है और उनके न्याय करने के लिए 05 हजार की मांग करते हुए प्रताड़ित किया और गांव में फरमान जारी कर दिया गया कि इस परिवार से जो लेनदेन बातचीत रखेगा उसे 20 हजार जुर्माना देना होगा । यह बात पीड़ित भुनेश्वर चंद्रा के पुत्र होशराम चन्द्रा ने रो-रोकर बताया । उसने कोसीर थाने में पहुंचकर न्याय की गुहार लगाया हैं ।
आखिर क्या हुआ कि गांव में दबंगों ने अपने ही समाज के परिवार का बहिष्कार कर दिया । भुनेश्वर चंद्रा पिता स्वर्गीय नन्द राम चंद्रा उम्र 50 वर्ष थाने में शिकायत करते हुए न्याय की गुहार लगाया है । उन्होंने कहा कि हमारे पिताजी लोग पांच भाई हैं इनका सभी का निधन हो गया है मेरे पिताजी मंझले थे बड़े पिताजी अविवाहित थे तो भाइयों में जमीन का 4 बंटवारा हुआ था जिसमें मेरे चाचा संतराम चाचा धरमु और मेरे जमीन पर चाचा स्वर्गीय मन्दराम के बड़े पुत्र मिट्ठू लाल चन्द्रा द्वारा जमीन पर बलात कब्जा कर लिया गया है । इस जमीन विवाद का 2019 से न्यायालय में मामला चल रहा है । भुनेश्वर चन्द्रा और उसके पुत्र होशराम चन्द्रा की मानें तो गांव में 13 लोगों की एक समिति है जिसमें भगवतिया चंद्रा अध्यक्ष और राजकुमार चंद्रा सचिव व सदस्य महासिंग द्वारा हमारे मामले में खाप पंचायत करने के लिए ₹5000 मांगे थे और यह लोग एक तरफा न्याय करेंगे बोले तब हम लोगों द्वारा दोनों पक्ष को बिठाकर सही फैसला करने को कहा गया । पर यह अपने बात में ही अडिग रहे और 5000 की मांग करते रहे पीड़ित परिवार के पुत्र होश राम चंद्रा ने कहा कि मेरा खाई खजाना का छोटा सा दुकान है जिसे मैं लोन लेकर खोला हूं उसमें गांव के लोग लोगों को मना कर दिया गया है और लोग मेरे दुकान में 10 -12 दिन से आना बंद कर दिए हैं । आज मैं समिति के धनेश्वर चंद्रा के पास गया था तो धनेश्वर चंद्रा ने राजकुमार के पास भेजा और मैं राजकुमार के पास गया और अपनी बात रखा कि हम लोगों का न्याय कर दीजिए तब राजकुमार चंद्रा आग बबूला हो गया और बोला हाथ पैर तोड़ दूंगा चल यहां से भाग बोला और मेरा मोबाइल भी छीन लिया है मैं एक पैर से अपंग हूं और राजकुमार चंद्रा ने कहा अब तुम लोगों का आगी -पानी भी बंद कर देंगे । पूर्व में हमारे दुकान में तो आना जाना बंद करा दिए हैं और जो हम लोगों से गांव में लेनदेन बातचीत करेगा उसे 20000 का जुर्माना देना होगा इस तरह हम लोग गांव के दबंग भगवतिया चंद्रा राजकुमार चंद्रा और महासिंह से प्रताड़ित हो रहे हैं इस तरह हम लोगों को गांव से इन दबंगों ने बहिष्कृत कर दिया है मैं अपंग हूं कहां जाऊंगा क्या अब मैं फांसी लगा लूं ऐसा उन्होंने रो रो कर अपनी बात रखें ।
समय रहते इस घटना पर कोसीर थाना को संज्ञान लेने की जरूरत है दबंगों से कहीं इस परिवार को और प्रताड़ित ना होना पड़े बहिष्कार कि मामले की जल्द जांच जरूरी है। आखिर ये दबंग गांव में चाहते क्या हैं ?
लक्ष्मी नारायण लहरे