शांत बस्तर राजनीति के चक्कर में अशांति की ओर वर्तमान कांग्रेस सरकार और विपक्षीय दल भाजपा पार्टी दोनों ही प्रदेश भर में मसीही समाज के अधिकारों का कर रहे हनन जो निंदनीय है – रोहित पोयाम मसीही युवा संघटन सदस्य
उक्त संघटन द्वारा IPC सेक्शन 295 A की धारा की फजीयत कर उल्लघन किया जा रहा लेकिन बस्तर पुलिस बनी है केवल मुख दर्शक आखिर मसीही लोगो का सविंधान अधिकार है या नहीं बताये जिम्मेदार – रोहित पोयाम
मामले में छत्तीसगढ़ अंतर कलीसियाई युवा संघटन के सदस्य रोहित पोयाम ने छत्तीसगढ़ प्रदेश की हालात बिगड़ता देख बस्तर की अशांति माहौल देख प्रेस विज्ञपति जारी कर कहा की धर्म की आड़ में भाजपा और कांग्रेस पार्टी खेल रही मसीहियों के साथ घिनौना खेल पर याद रहे भारत में सबसे बड़ा सविंधान और कानूनी अधिकार द्वारा प्राप्त अधिकार अनुसार जिस प्रकार से मसीही समाज के धर्म गुरुओ को विश्वाशियो को सताया जा रहा है ! उनका अधिकारों का हनन किया जा रहा है वह सब कृत्य लोकतंत्र में सविंधान की हत्या है, जिसका संज्ञान महामहिम राज्यपाल छत्तीसगढ़ एवं कानून के रखवाले पुलिस को लेना चाहिए किन्तु ऐसा बिलकुल भी नहीं हो रहा है और यह बेहद ही निराशा जनक बात है ! युवा संघटन बहुत जल्द इस तमाम मामले में मान. हाईकोर्ट में PIL दाखिल करेगी और हो रहे अत्याचार के खिलाफ कानूनी जंग का आगाज करेगी जिसमे इन सभी जिम्मेदारों को दोषी बना कटघरे में खड़ा करेंगे क्युकी अभी भी है लोकतंत्र जिन्दा सविंधान जिन्दा इसका बात ना भूले जिम्मेदार !
वही पोयाम ने काहा की इंडियन पैनल कोड 1860 चेपटर 15 के अनुसार IPC सेक्शन 295, सेक्शन 295 A, सेक्शन 296, सेक्शन 297, एवं सेक्शन 298 का जिस तरह से धजिय्या उड़ाया जा रहा है वह मसीही समाज के भावनाओ को कुचला जा रहा है बावजूद समाज की चुप्पी को कमजोरी समझना उक्त संघटन को भारी पड़ेगा क्युकी यह 21 वीं सदी है इस बात का भी ध्यान रखे !
बस्तर का जिस प्रकार से माहौल खराब हो रहा है निवेदन है बस्तर पुलिस अधीक्षक से मामले में शान्ति बहाल करें अपितू माहौल बिगड़ा तो इसका जिम्मेदार बस्तर पुलिस एवं प्रदेश की वर्तमान सरकार और विपक्षीय दल भाजपा होगी लेकिन मसीही समाज अब अपमान सहने के स्थिति में नहीं बहुत जल्द मामले में जाएंगे हाईकोर्ट न्यालय का खटखटाएंगे दरवाजा