चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज के अधिग्रहण पर आम आदमी पार्टी ने भ्रष्टाचार होने की आशंका जताई
केन्द्र सरकार सब बेच कर लूट रही है तो भूपेश सरकार खरीदी के नाम पर सरकारी कोष लुटा रही है-कोमल हुपेंडी,
आम आदमी पार्टी, छत्तीसगढ़ की प्रदेश प्रवक्ता प्रियंका शुक्ला कहती है कि जब से केंद्र में मोदी सरकार आई है देश की संपत्ति बेचने का सिलसिला जोरो पर है हम देख और रहे है कि केंद्र सरकार ने रेल बेच दिया ,सेल बेच दिया ,LIC बेच रही है , इस तरह धीमे धीमे करके ,देश को लूटकर खाने की प्रक्रिया मोदी सरकार में इतने तेजी से बढ़ी कि हम ये सब अपनी आंखों के सामने देख भी रहे होते है और कोई कुछ नही कर पाता। इसके साथ कांग्रेस भी इन तमाम सवालों को, उठाने में असफल रही है।
प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने भुपेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जब बेरोजगारों को रोजगार देने की बात आती है तो सरकार कोरोना की आड़ लेते हुए कोष खाली होने का बहाना बनाती है ,जब किसानों को एक मुस्त राशि देने की बात आती है उस वक़्त किसानों का ख्याल क्यों नही रखा जाता , आज पेट्रोल – डीजल के दाम बढ़ने की वजह से महंगाई अपने चरम पर है ऐसे वक्त प्रदेश सरकार अपना टैक्स कम कर बढ़ती कीमतों में राहत देने की बजाय यह कहती है कि इस टैक्स की प्रदेश को अभी ज़रूरत है। तो आज एक निजी मेडिकल कॉलेज की खरीदी को जनता के हित में कैसे कहा जा रहा है । पार्टी से प्रदेश के संयोजक / अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने आरोप लगाया कि चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज को सरकार खरीद कर, राज्य की जनता के पैसे का खुलेआम भुपेश बघेल जी के दामाद को राहत पहुँचाने का काम करना चाहती है, वरना जिस कॉलेज की मान्यता 2017 में रद्द हो चुकी हो ,जिस कॉलेज पर धोखाधड़ी का आरोप मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया लगा चुका हो, ऐसे में कॉलेज को सरकार के द्वारा अधिग्रहण करना किसी बड़े घोटाले की ओर इशारा करती है ।
पार्टी के प्रदेश सहसंयोजक सूरज उपाध्याय ने कहा कि जब 2017 में जब चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज की मान्यता रद्द की गई थी और उस वक़्त उसमें दाखिल छात्रों के भविष्य अधर में लटके थे, तब भुपेश बघेल जी और उनकी पार्टी कहाँ थी? क्या कर रही थी ? जनता के हित की बात का बहाना करके, निजी कॉलेज के अधिग्रहण करके, सरकारी कोष जी कि जनता का ही पैसा है, उसका इस्तेमाल राज्य की जनता का कल्याण करने के बजाय , राज्य के मुखयमंत्री भुपेश बघेल जी अपने रिश्तेदारों को फायदा पहुचा रहे है, जो गलत है।