उरला में माँ के सामने बेटे की निर्मम पिटाई करने वाले दुर्दांत थानेदार उपाध्याय पर कार्यवाही नही, बल्कि उल्टे हुई पदोन्नति
तब निर्मम पिटाई का वीडियो देखकर खुद मुख्यमंत्री ने किया था ट्वीट, मगर कार्यवाही के नाम पर भेज दिया था छुट्टी पर
प्रियंका शुक्ला
रायपुर (भूमकाल समाचार ) । पुलिस के सिंघम बनने वाले एक अधिकारी ने एक माँ के सामने उसके बेटे को खूब पीट दिया था, ये बात के ज्यादा दिन नही हुए, टीआई महोदय थे, जिनका नाम नितिन उपाध्याय है। जनता का गुस्सा सोशल मीडिया पर खूब फूटा तो सीएम भुपेश बघेल जी को भी ट्वीट करके जनता को बताना पड़ा था कि नितिन उपाध्याय को हटा दिया गया है, हालांकि कोई कार्यवाही जैसा नही हुआ था।
अभी टीआई महोदय नीतिन उपाध्याय को फिर से सीएम भुपेश बघेल जी के अनुमोदन को प्राप्त करके सिंघम महोदय को रायपुर में ही एसीबी, राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो में पदस्थ किया जा रहा है।
ज्यादा दिन नहीं हुए हैं आप सबको याद होगा की उरला में एक थानेदार ने सड़क पर नंगा नाच किया था । कोरोना के बहाने सड़क पर चलने वाले राहगीरों की निर्ममता से पिटाई की थी । एक मां के सामने उसके अवयस्क बच्चे पर भी इतने डंडे बरसाए थे, तब आप सभी भारी गुस्से में थे । पूरे प्रदेश भर से आवाज उठा था तब हमारे कथित सरल मुख्यमंत्री महोदय ने एक ट्वीट करके बताया था कि इन्हें छुट्टी पर भेज दिया गया है । अब हमारे सीधे- साधे भोले मुख्यमंत्री ने इस क्रूर व्यक्ति को जेल भेजने के बजय ईनाम देते हुए आर्थिक अपराध ब्यूरो में पदस्थ कर जनता को मूर्ख बना दिया, पर जनता बेवकूफ नही है, यह सब उल्टी गिनती के रिकार्ड में हो रहा है शामिल – सम्पादक
जनता को तो क्या-क्या धारा में अंदर कर दिया जाता है, पर वही अपराध अधिकारी या पुलिस का व्यक्ति करे, तो जनता का गुस्सा शांत करने के लिए, कुछ समय मात्र के लिए हटा दिया जाता है, और फिर से वापस लाकर गद्दी पर बिठा दिया जाता है।
अरे मुख्यमंत्री महोदय, आपके ही कार्यकाल में इतने कस्टोडिएल डेथ हुए है क्योंकि ऐसे अधिकारी को आप ही सज़ा नही देते , बल्कि प्रोमोट करते है। अब आप ही बचे थे रमन सिंह जी जे बाद जनता को बेवकूफ समझने वाले, तो समझ लीजिए।
जनता मूर्ख नही है, सब देख रही है
बताती चलू कि नितिन उपाध्याय द्वारा कारित यह पहली घटना नही है, इसके पहले भी सिरगिट्टी थाना प्रभारी होते हुए इन्होंने एक नाबालिग बच्ची के पिता को कार्यस्थल से उठाकर खूब मारा था, मामला न्यायालय में आज भी पेंडिंग है और नितिन उपाध्याय और एक अन्य महिला TI को व्यक्तिगत नोटिस हुआ था माननीय हाई कोर्ट द्वारा।
प्रियंका शुक्ला