खनिज अधिकारी सोते रहा पर भूमकाल समाचार की टीम ने कार्यवाही करके दिखाया और एक डंपर अवैध रेत जप्त करवाया
जिले की कई नदियों में रेत की चल रही लूट, विधायक प्रतिनिधियों की भी भूमिका संदिग्ध,
माकड़ी, मुड़पार और हराडुला में रात भर हो रहा है अवैध उत्खनन, रोज सैकड़ों डंपर रेत जिले से हो रहा पार
कांकेर। 15 अक्टूबर तक रेत उत्खनन पर हाई कोर्ट द्वारा लगाए गए रोक का कांकेर जिले में कलेक्टर और खनिज विभाग की देखरेख में खुलेआम रोज उल्लंघन हो रहा है । कई बार सूचना देने के बाद भी जब जिला खनिज अधिकारी और कलेक्टर द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई तो कल रात को भूमकाल समाचार की टीम ने स्वयं मौके पर उपस्थित होकर अवैध खनन का वीडियो बनाया और एक डंपर को चारामा थाने में खनिज अधिकारी को बुलवा कर जप्ती भी करवाया।
इसके पहले महानदी के मुड़पार में एक दर्जन से अधिक हाईवा और जेसीबी से हो रहे उत्खनन उत्खनन और ढुलाई को लेकर जब भूमकाल समाचार की टीम मौके पर पहुंची व वीडियो बनाया तो मुड़पार ग्राम के कुछ असामाजिक तत्वों ने पहुंचकर हमारी टीम से बदसलूकी की और बताया कि यह काम खुलेआम कलेक्टर, विधायक , खनिज अधिकारी को उनका हिस्सा देकर किसी युवराज द्वारा कराया जा रहा है , उन्होंने दुबारा पत्रकारों के गांव आने पर हाथ पैर तोड़ देने या फिर नदी में गाड़ देने की धमकी भी दी । इस समय जब भूमकाल समाचार के प्रतिनिधि ने मुझे जानकारी दी तब रात के 3:00 बजे थे और मैंने जिला खनिज अधिकारी को फोन लगाया तो वह फोन नहीं उठाया तब मैंने उन्हें व्हाट्सएप में लाइव वीडियो भेज दिया था । एक दिन पहले ही जिला खनिज अधिकारी से बात हुई थी तब उन्होंने क्या जवाब दिया था इस ऑडियो में आप स्वयं सुन सकते हैं ।
इस समय मुड़पार के नदी में एक दर्जन से ज्यादा जो डम्फर खड़े थे, वे ज्यादातर राजनांदगांव व दुर्ग के थे , फोटो और वीडियो में कैद नंबर के अनुसार उनमें से तीन CG 07 BR 8160 रजिस्टर्ड नही , CG 08 AA 6016 कुलेश्वर वर्मा , Cg 08 AH 6610 तुमन लाल देवांगन के नाम रजिस्टर्ड बता रहा है ।
ज्ञात हो कि रोज रात में बड़ी बड़ी मशीनों व जेसीबी से महानदी के कई घाट व कई और नदियों में सैकड़ों डम्फरों से दुर्ग ,राजनंदगांव अन्य स्थानों में ढुलाई हो रही है , जिले के कई नदियों में तो दिनदहाड़े भी उत्खनन धड़ल्ले से चालू है जिसकी सूचना कलेक्टर और जिला खनिज अधिकारी को देने के बाद भी अक्सर कई मामलों में कोई कार्यवाही नहीं हो रही है । जबकि इस मामले में भूमकाल समाचार लगातार रोज आंखों देखी खबर से प्रशासन और जनता को अवगत करा रहा है । पता चला है कि रेत माफिया का संबंध कांकेर से लेकर दुर्ग राजनांदगांव तक के सभी खनिज नाको तक और खनिज अधिकारियों तक है । खनिज नाका का एक सबसे छोटा कर्मचारी ( गार्ड ) भी प्रति डंपर ₹500 के हिसाब से रोज 5000 से 10000 रुपये तक की कमाई करता है । किसी धंधे से जुड़े और कल रात पकड़ में आए एक ड्राइवर ने बताया कि यह काम स्थानीय नेताओं द्वारा ही किया जा रहा है जिनके द्वारा जिले के बड़े अधिकारी और बड़े नेताओं को महीने में लाखों रुपया पहुंचाया जाता है ।
कांकेर जिले में तो रेत के दो बड़े ठेकेदार स्वयं कांकेर जिले के विधायक व संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी के घोषित प्रतिनिधि हैं । इसमें से एक हरनेक सिंह औजला ने बताया कि उनके नाम से नारा का खदान जरूर रजिस्टर्ड है पर उन्हें वहां काम करने नहीं दिया जा रहा है और यह काम कोई मैडम सिन्हा करके भाजपा नेता स्वयं कर रही है । हालांकि हां मैं हरनेक सिंह औजला के माकड़ी स्थित डंपिंग सेंटर में रोज रात को डंपिंग और लोडिंग की प्रक्रिया लगातार जारी है जबकि हाई कोर्ट व सरकार के निर्देश के तहत यहां बरसात से पहले ही डंपिंग करने का परमिशन था । एक अन्य रेत ठेकेदार और विधायक प्रतिनिधि गफ्फार मेमन ने साफ इंकार कर दिया कि इस अवैध उत्खनन के काम में उनकी कोई भूमिका है ।
प्रशासन को सूचना देकर भूमकाल समाचार के प्रतिनिधि लगातार रोज रात को अपनी जान जोखिम में डालकर रेत माफिया के भंडाफोड़ में लगे हुए हैं । हमारा काम लगातार जारी रहेगा भूमकाल समाचार की कोशिश रहेगी कि ग्रामीणों से ही पंचनामा बनाकर दुर्ग, भिलाई, राजनांदगांव से रोज रात को भारी संख्या में आने वाले डम्फरों और जेसीबी की जब्ती बनाकर खनिज अधिकारी को बुलवाकर कार्यवाही करने के लिए मजबूर किया जाए । इस प्रक्रिया में अगर कोई हिंसात्मक कार्यवाही या हिंसात्मक हमला भूमकाल समाचार के पत्रकारों पर होती है तो उसकी जवाबदारी निश्चित रुप से जिला कलेक्टर और खनिज अधिकारी की होगी ।
भूमकाल समाचार इस मामले में अपनी दखलअंदाजी इसलिए उचित और जरूरी समझता है कि इससे पर्यावरण पर घोर दुष्प्रभाव पड़ेगा, जिसका प्रभाव क्षेत्र की जनता को भी भुगतना पड़ेगा । हम मुड़पार, हाराढुला, माकड़ी, चारामा, लखनपुरी आदि के युवाओं से आह्वान करते हैं कि वे महानदी व अन्य नदियों के अस्तित्व बचाने के लिए इस संघर्ष में आगे आएं, व खुले आम चल रही लूट पर कार्यवाही करने हेतु प्रशासन की मदद करें ।