गैरेज संचालक के ट्रक से लाखों रुपयों का गुड़ाखू और गुटका पकड़ाया
केशकाल । केशकाल में 19मई को गैरेज संचालक के ट्रक से बहुत बड़ी तादात में प्रतिबंधित गुड़ाखु गुटका जप्त किया गया जिसकी किमत लाखों में आंका जा रहा है। उल्लेखनीय है कि केशकाल प्रतिबंधित गुड़ाखु गुटका बिडी सीगरेट तंबाकू के कालाबाजारी और अधिकतर खरिदी बिक्रि बगैर पक्का बिल के कच्चे में करके कर अपवंचन के लिए केशकाल काफि ख्याति अर्जित कर चुका है। केशकाल से बिश्रामपुरी फरसगांव कांकेर चारामा नारायंणपुर एवं अन्य स्थानों में प्रतिबंधित सामग्री बेचकर लाकडाऊन के चंद दिनों में लाखों लाखों का वारा न्यारा कर चुके हैं। गुड़ाखु फैक्ट्री मालिकों थोक व्यवसायियों एवं गैरेज संचालित करने वालों से सांठ गांठ करके प्रतिबंधित गुडाखु-गुटका-सीगरेट-बिडी-तंबाकू का धंधा केशकाल में धडल्ले से फल फूल रहा है। प्रतिबंधित सामान के अलावा अन्य अधिकांश सामान भी बगैर बिल के कच्चे में ही मंगाया जाता है और कच्चे में ही बेचकर जी.एस.टी. की चोरी बदस्तूर कर लिया जा रहा है। जिस पर अभी तक सरकार के संबधित विभाग या जिला प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किया गया है जिससे कालाबाजारी करते कर अपवंचन करने वालों का हौंसला बहुत बड़ा हुआ है। चंद दिनों पूर्व ही केशकाल के एक दूकान दार द्वारा 170/का गुड़ाखु 1700/में आदिवासी युवक को बेचने का मामला सप्रमांण उजागर हुआ था।जिसके जांच और कार्रवाई के नाम पर जो किया गया वह खुद अब विवाद एवं जांच का विषय बनकर रह गया है।
19मई को खाद्घ विभाग के सक्रियता के चलते ही लाखों रूपये का भारी तादात में गुड़ाखु गुटका पकड़ने में कामयाबी मिल पाया । कोरोना संक्रमंण के वैश्विक महामारी के समय कालाबाजारी मुनाफाखोरी एवं कर अपवंचन करने वालों पर शासन प्रशासन द्वारा गंभीरता से गौर कर ईमानदारी से कार्यवाही किया गया तो हैरतअंगेज मामला सप्रमाणित उजागर हो सकता है वहीं सरकार को राजस्व की प्राप्ति हो सकता है।
कृष्ण दत्त उपाध्याय