“भोजन का कोई धर्म नहीं होता और भोजन ही धर्म है “

वाह जोमैटो वाह !! तुमने झापड़ ग्राहक को नही अधर्मियों को मारा है !!

फिर यह घिनौना सपना देखते हुए सड़कर मर जाना

पहले मामला जान लीजिए। एक चिरकुट ने जोमैटो पर खाना मँगाया। खाना लेकर एक मुस्लिम लड़का आने वाला था। चिरकुट ने जोमैटो से कहा कि वे किसी हिंदू डिलीवरी ब्वॉय को भेजें। जोमैटो ने साफ़ मना कर दिया। चिरकुट ने आर्डर कैंसिल कर दिया। उसके बाद जोमैटो के सीईओ ने ट्वीट करके कहा कि हम हम अपने उसूलों पर समझौता करने के बजाए ऐसे चिरकुट ग्राहकों को खोना पसंद करेंगे। अब एक चैनल चिरकुट का इंटरव्यू लेकर उसे चर्चित कर रहा है।

जोमैटो के लिए संदेश: शाब्बास जोमैटो। कीप इट अप।

टीवी वालों को संदेश: अबे मूर्खो। चिरकुट की पहचान सिर्फ चिरकुट होती है। उसे चर्चित क्यों कर रहे हो। कल अमित शाह उसे पार्टी टिकट ऑफर न कर दे।

पुलिस, प्रशासन, मंत्री और जज के लिए संदेश: किसी एफ़ आई आर या मुकदमे का इंतजार किए बगैर फौरन चिरकुट को अंदर करो।

चिरकुट के लिए संदेश: अबे चिरकुट नालायक क्या यह भी पूछेगा कि खाना किसने बनाया था? बर्तन किसने धोया था? राशन-गल्ला कौन लेकर आया था? गेहूं की बोरी को बनिए की दुकान पर किसने उतारा था? यह गेहूं किस के खेत में उगा था?

तो मत खा गधे। कपड़ा भी मत पहन। उसमें भी किसी मुसलमान का कहीं न कहीं हाथ लगा होगा। मत पढ़ किताब भी। पेड़ के कागज बनने की प्रक्रिया में कहीं ना कहीं कोई मुसलमान आ ही गया होगा। बीमार पड़ने पर मत खा दवाएं। कहीं उसमें भी किसी मुसलमान का हाथ लगा होगा। मत कर डीजल पेट्रोल का इस्तेमाल। सब मुसलमानों के देश से आता है। खबरदार, जो हिंदी बोली। उसमें भी मुसलमानों का योगदान है।

मर जा अकेले हिन्दू राष्ट्र- हिन्दू विश्व का सपना देखते हुए। और जब सपने में हिंदू विश्व बन जाए तो डिलीवरी ब्वॉय की जाति पूछना। जाति ब्राह्मण ना हो तो मना कर देना, वरना गोत्र पूछना। पूछना कि 3 में का ब्राह्मण है या 13 में का। फिर ये घिनौना सपना देखते हुए सड़कर मर जाना।

आssक….थू.

आपके लिए संदेश: ऐसे गंदे कीड़े का पूरा बहिष्कार कीजिए। और देखते क्या हैं। इसे आगे बढ़ाइए।

ज़ोमेटो के मालिक पंकज और दीपिन्दर जिन्होंने ” फ़ूड हैज नो रिलीजन , फ़ूड इस रिलीजन ” यानी “भोजन का कोई धर्म नहीं होता और भोजन ही धर्म है ” कह कर देश के धर्म निरपेक्ष लोगों का दिल जीत लिया है.

राजीव ध्यानी

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