‘फ्री-प्रेस’ की राज्य में स्थिति बताने अब सोनिया-राहुल को चिट्ठी लिखेंगे पत्रकार
रायपुर।. छत्तीसगढ़ में पत्रकारो के विरुद्ध दर्ज साजिशन प्रकरणों, दमनात्मक कार्रवाई के साथ पत्रकारो से मारपीट के दोषियों को संरक्षण देने वालो पर कार्रवाई की मांग के साथ पत्रकार प्रताड़ना के मामलों से अवगत कराते छत्तीसगढ़ में ‘फ्री-प्रेस’ की वास्तविक स्थिति बताने के लिए पत्रकार अब सोनिया गांधी, राहुल गांधी को पत्र लिखेंगे।
उल्लेखनीय है कि देश व अन्य राज्यो में फ्री-प्रेस की पैरवी करने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी छत्तीसगढ़ में पत्रकारों पर हमले व साजिशन दर्ज प्रकरणों पर चुप्पी साधे हुए है जबकि कांकेर में पार्टी से जुड़े नेताओ ने ही पत्रकारो से सरेराह व थाना परिसर के सामने मारपीट-गाली गलौज किया था जिसके बाद पत्रकारो का प्रदेश व्यापी आंदोलन भी हुआ और कोई ठोस कार्रवाई नही होने के बाद पत्रकार कमल शुक्ला आमरण अनशन पर बैठ गए थे जिसके पश्चात राजधानी में ‘पत्रकार न्याय यात्रा’ निकालकर राज्यपाल सुश्री अनसुइया उइके से मिलकर न्याय की मांग पत्रकारो ने की थी पर महीना गुजर जाने के बावजूद कार्रवाई नही होने पर व पत्रकारो के साथ राज्य के विभिन्न स्थानों में मारपीट, साजिशन एफआईआर के मामले सामने आने के बाद पत्रकार न्याय यात्रा के तहत दिल्ली चलो का आव्हान किया गया था जहां बीते दिनों छत्तीसगढ़ के पत्रकार दिल्ली गए थे पर कोरोना काल के चलते अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों की अनुपस्थिति में छत्तीसगढ़ पत्रकार सुरक्षा कानून सन्युक्त संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली के कांग्रेस मुख्यालय में छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया से मुलाकात कर वस्तुस्थिति से अवगत भी कराया पर प्रभारी नेता द्वारा भी कुछ सकारात्मक ठोस आश्वासन जैसा भी प्रतिनिधि मंडल को नही लगा है। जिसके बाद छत्तीसगढ़ पत्रकार सुरक्षा कानून संयुक्त संघर्ष समिति ने निर्णय लिया है कि सोनिया गांधी व राहुल गांधी को पत्रकार अब अपने शब्दों में चिट्ठी लिखकर रजिस्टर्ड डाक/ स्पीड पोस्ट के माध्यम से पत्र प्रेषित करेंगे व सर्वप्रथम कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मांग अनुसार ‘फ्री-प्रेस” का उदाहरण कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ में स्थापित करवाने की अपील करेंगे ताकि पत्रकार निर्भीकता से पत्रकारिता कर सके जो देश के लिए एक मिसाल बन सके।