रोजगार गारंटी योजना में मस्तुरी में हो रहा जमकर घोटाला,बहन हैं नाम मात्र के लिए रोजगार सहायक पर भाई द्वारा दिया जा रहा फर्जीवाड़े को अंजाम
मनरेगा में कार्य करने वाले ग्रामीणों ने कोसमडीह की रोजगार सहायक व उसके भाई के विरुद्ध सख्त कार्यवाही के लिए जनपद मस्तुरी में लगाई गुहार
योग्य लोगो को नही मिल रहा रोजगार गारंटी का लाभ,रोजगार सहायक का भाई,कमीशन लेकर बना रहा फर्जी मस्टर रोल,सांथ ही कार्य करने वाले मजदूरों का अभी तक नही हुआ भुगतान
डीपी गोस्वामी
मस्तुरी-एक तरफ से पुरा देश कोरोना से जूझ रहा है जिसके चलते कई कार्य नहीं हो पा रहा है और ग्राम पंचायत में मजदूरों से कराए गए निर्माण कार्यो का किसी प्रकार से भुगतान नहीं होने के कारण आर्थिक तंगी से जूझना पड़ रहा है मजदूरों का आरोप जल्द से दिलाये भुगतान बता दे कि पूरा मामला मस्तूरी क्षेत्र स्थित ग्राम पंचायत कोसमडीह में मनरेगा के तहत किये गए कार्यो तालाब गहरीकरण का कार्य डबरी निर्माण एवं खेत समतलीकरण का कार्य मनरेगा के तहत करवाया गया जिसका भुगतान अभी तक नही हुआ जिसकी शिकायत लेकर मजदूरों ने भुगतान के लिए जनपद सीईओ और कार्यक्रम अधिकारी को लिखित में शिकायत दिया और यह भी बताया कि रोजगार गारंटी में किये गए कार्यो के सम्बंध में रोजगार सहायिका द्वारा किसी प्रकार का कोई जानकारी नही दी जाती रोजगार सहायिका का पूरा काम उसके भाई के द्वारा किया जाता हैं जबकि महिला रोजगार सहायिका है वह देखने तक नही आती न ही भुगतान सम्बंधित जानकारी के बारे में कुछ नही बताती हैं ग्रामीणों ने मनरेगा के तहत किये गए कार्यो में भरे गए मस्टरोल की जांच कर कार्यवाही की मांग की
वही मस्तूरी सीईओ कुमार लहरे ने कहा कि भुगतान के सम्बंध में रोजगार सहायिका से जानकारी ली जायेगी और जो शिकायत मिला उसका जांच कर कार्यवाही किया जाएगा।
बहन नाम के लिए कर रही रोजगार सहायक का काम,उधर भाई मास्टर रोल और मनरेगा में हो रहा मालामाल
एक ओर जहां कॅरोना कॉल में देश भर में मचा हैं हाहाकार, हर वर्ग को लाकडाउन की मार ने आर्थिके रूप से कमर तोड़कर रख दिया हैं,तो वही केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मनरेगा जो गरीब व कमजोर वर्ग के लिए अपने ग्राम पंचायत में रहकर रोजगार गारंटी के योजना के तहत कार्य कर अपने गाँव मे ही जीविका का साधन हैं, जिसे कांग्रेस सरकार ने आरंभ किया था,जो वर्तमान में 202 दिन का कार्य दिया जा रहा हैं तो वही?तो वही जनपद पंचायत से महज 2किमी की दूरी पर ग्राम पंचायत मोहतरा व कोसमडीह में बहन है रोजगार सहायक पर पूरा काम उसके भाई के द्वारा किया जाता है। यहाँ तक ग्रामीणों का कहना हैं,की रोजगार सहायक व उसके भाई के हस्ताक्षर का मिलान किया जाए जिससे विभागीय काजगो मैं किया गया फर्जी हस्ताक्षर का मामला भी दूध का दूध और पानी का पानी भी सामने आ जाएगा