केएसके भुविस्थापितो की बहाली इंटक कांग्रेस की जीत – इंटक
भुविस्थापित किसानों श्रमिको ने नंदकुमार बघेल एवं दीपक दुबे के प्रति जताए आभार
जिला – जांजगीर चाम्पा :- भारतीय राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (INTUC) जिलाध्यक्ष मारुति उपाध्याय असंगठित इंटक जिलाध्यक्ष फ़डेन्द्र सिंह,युवा इंटक जिलाध्यक्ष जनपद सभापति संजय रत्नाकर ने सामूहिक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि 11 महीना की लंबी लड़ाई भुविस्थापित 20 लोग निकाले गए श्रमिको के साथ इंटक प्रदेशाध्यक्ष श्री दीपक दुबे श्रमिको की वापसी को लेकर भुस्थापितो के साथ धरना आंदोलन सामुहिक रूप से जारी किए थे जिस पर छत्तीसगढ़ के आयसे कोई मंत्री एवं सचिव नही था जिसको फोन करवा कर पत्र जारी कर इनके वापसी किये जाने की मांग न किया गया हो पूर्व कलेक्टर श्री जनक पाठक जी ने जिला के बड़े नेता के इशारे पर श्रमिको को जहा जाना है जाओ नही हॉगा बहाली कह कर भगा देता था जिला के एक बड़े नेता ने इन मजदूरों को तथाकथित बिहारी मजदूर नेता के साथ यूनियन में जुड़ने को दबाव बनवाये पर श्रमिको ने बिहारी को अपने नेता बनाने से इनकार करते हुवे अपनी हक और अधिकार की लड़ाई श्रमिक नेता इंटक अध्यक्ष दीपक दुबे के साथ जारी रखे !
श्रमिक नेता श्री दीपक दुबे ने जब श्रमिको भुविस्थापितो पर हो रहे अत्याचार मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को गुमराह कर गलत गलत जानकारी यहाँ के कुछ कांग्रेस नेताओं और प्रशानिक अधिकारी को देते हुवे देखा तो अपने कुशल रणनीति के तहत मुख्यमंत्री के पिता जी को ही इस लड़ाई में श्रमिकों के हक पर नरियरा केएसके पावर के श्रमिको बीच लेकर आ गए जिससे प्रबंधक एवं जिला प्रशासन हरकत में आये श्री नंदकुमार बघेल जी ने कलेक्टर पुलिस अधीक्षक और प्लांट प्रबंधक की शिकायत मुख्यमंत्री महोदय से उनके जन्मदिन पर करते हुवे श्रमिको की बहाली करवाने की वायदा लिया श्री दुबे ने और श्री बघेल जी ने जिला प्रशासन और प्रबंधन को श्रमिको की वापसी पर मजबूर किये जिसके परिणाम 11 माह तक जो सुनने को तैयार नही थे वह बैठक उपर बैठक किये जब प्रशासन और प्रबंधन एवं श्रमिको के दलाल अपने मनसूबे पर सफल नही हुवे तो श्रमिक नेता दीपक दुबे एवं 19 भुविस्थापितो के ऊपर श्रम पदाधिकारी से मार पीट तोड़फोड़ की झूठे रिपोर्ट दर्ज करवाये इसके बाद इंटक कांग्रेस द्वारा प्रदेश भर में जिलाप्रशासन एवं मजदूरों की दलालो के पुतले जलाए श्रमिक राम नाथ केवट को आत्महत्या पर विवश करने पर जिला प्रशासन सहित बिहारी मजदूर दलाल के ऊपर अपराध कायम करने की मांग किये तब प्रशासन के हाथ पैर फूल गए एवं श्री दीपक दुबे के पर जिलाप्रशासन दबाव बनाने उसके खिलाफ इंटक के मामला सुप्रीम कोर्ट हाईकोर्ट दिल्ली में लंबित है उस पर अपराध कायम किये तब भी श्रमिक नेता श्री दुबे बिना डरे भुविस्थापितो की बहाली पर मुख्यमंत्री के पिता जी साथ मुख्यमंत्री के पास डटे रहे अभी भी रायपुर में श्री नंदकुमार बघेल जी के साथ बैठक कर जिला प्रशासन पर दबाव बनाए तब बहाली हुवा यह भुविस्थापित श्रमिको किसानों एवं इंटक कांग्रेस की जीत है जिस पर सभी श्रमिक किसान इंटक पदाधिकारी कार्यकर्ता श्री नंदकुमार बघेल जी एवं मुख्यमंत्री के आभार व्यक्त करते हैं यह बहाली छत्तीसगढ़ीया श्रमिक नेता दीपक दुबे के कुशल रणनीति के तहत हुवा है न कि कोई अन्य नेताओं के दबाव में अगर कोई अन्य के में हिम्मत होता तो 11 महीनों तक यह लड़ाई नही लड़नी पड़ती इसके लिए श्री नंदकुमार बघेल जी के हम सभी आभारी हैं जिन्होंने दुबे जी के साथ यह लड़ाई लड़ी !