अधिकारियों ने दी मानवता की मिशाल, उफनते नदी को पार कर पहुंचे जामड़ी गांव सर्प काटने से हुई थी युवक की मौत
पोस्टमार्टम व अन्य कार्यवाही कर लौटे नाव में ,ग्रामीणों ने कहा पहली बार इस तरह कोई अधिकारी आया हमारे गांव
नियत श्रीवास
कोयलीबेड़ा। लगातार हो रही बारिश से जहां नदी नाले उफान पर हैं और पुल के अभाव में कोयलीबेड़ा ब्लाक मुख्यालय से 40 से 50 गांवों का सम्पर्क टूट चुका है।
ऐसे में कामटेड़ा पँचायत के आश्रित ग्राम जामड़ी में एक युवक को जहरीले सर्प ने काट लिया, जागरूकता व आवागमन के अभाव में युवक ने दम तोड़ दिया। परिवार में शोक की लहर दौंड गयी और क्या करें क्या नही इस पसोपेश में कफन दफन की तैयारी होने लगी।
परिवार के मुखिया का सर्प काटने से मृत्यु पर सरकारी मुआवजा की जानकारी परिवार वालों को दी गयी साथ ही घटना की सूचना प्रशानिक अधिकारियों को दी गयी।
पर समस्या थी उफनते नदी को पार कर प्रसासनिक अमल कैसे पहुँचेगे। जुगाड़ की नाव से ग्रामीणों ने तहसीलदार कमलेश सिदार, डॉक्टर शीतल दुग्गा, पटवारी वट्टी को नदी पार करवाया व मामले की पूरी जानकारी दी । जहाँ युवक का पोस्टमार्टम भी हुआ व परिवार को सहायता राशि की भी जानकारी दी गयी। ग्रामीणों का कहना था कि बरसात के दिनों में अक्सर ऐसी घटनाएं हो जाती है जिससे आवागमन की सुविधा के अभाव में ग्रामीण अकाल मृत्यु को प्राप्त कर जाते हैं और परिवार को जीवनभर का गम दे जाते हैं।
बरसात के दिनों में पहली बार इस तरह किसी अधिकारी के पहुंचने से ग्रामीणों को सहानुभूति तो मिली ही साथ ही प्राकृतिक आपदा पर सरकारी सहायता की जानकारी और लाभ भी मिलेगी।
कमलेश सिदार (तहसीलदार कोयलीबेड़ा)- “हमे जानकारी मिली थी कि जामड़ी गांव में किसी युवक की सर्प काटने से मृत्यु हुई है। सबंधित पटवारी और मेडिकल टीम के साथ पहुंचे हैं और कार्यवाही की गई है ताकि परिवार को प्राकृतिक आपदा से मिलने वाली लाभ दिलाई जा सके। उफनते नदी को पार करना जोखिम भरा था परन्तु कर्तव्य के आगे सब मंजूर है।”
डॉ शीतल दुग्गा (डॉक्टर कोयलीबेड़ा हॉस्पिटल)- “नदी पार टीम के साथ पहुंचे थे। पोस्टमार्टम की कार्यवाही की गई है। सर्प काटने का मामला था प्रकरण तैयार की गई है कार्यवाही जारी है।”
नियत श्रीवास