कोटरी नदी परतापुर घाट से हो रहा रेत का अवैध उत्खनन एवं परिवहन

रेत माफियाओं के हौसले बुलंद,बिना रायल्टी के अवैध रेत का परिवहन कर शासन-प्रशासन को लाखो का लगा रहे चुना

रेत माफियाओं द्वारा प्रत्येक दिन सैकड़ो ट्रेक्टर हो रहा रेत परिवहन

अधिकारियों की खानापूर्ति कार्यवाही,लेनदेन व सेटिंग का बड़ा झोल- झाल सूत्र….

राजदीप शर्मा

छोटे कापसी (भूमकाल समाचार) – छग शासन के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में किसी भी तरह के माफिया को बर्दाश्त नही किया जाएगा। उन्होंने रेत सहित अन्य सभी तरह के माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों को दिए है। कि पूरे प्रदेश में चाहे वह रेत का मामला हो या अन्य किसी भी तरह के माफिया को बर्दाश्त नही किया जाएगा, ऐसे प्रकरण संज्ञान में आने पर उनके विरूद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। मगर लंबे समय से परलकोट क्षेत्र परतापुर नदी में चल रहे रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन पर खनिज विभाग और को पुलिस आंख मूंदे बैठी है।


गौरतलब हो कि परतापुर थाने के सामने से आना जाना लगा है। थाने से महज 1से 2 किलोमीटर दूरी पर स्थित कोटरी नदी – परतापुर घाट में अवैध रेत उत्खनन व परिवहन का धंधा जोरों से चल रहा है। मिली जानकारी के अनुसार बिना रायल्टी के यहां मोटी रकम वसूल कर रेत परिवहन किया जा रहा है। रेत माफिया धड़ल्ले से अवैध रेत का परिवहन करा रहे हैं। जिससे शासन प्रशासन को बिना रायल्टी के रेत परिवहन से लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है। वहीं इस मामले में ना तो खनिज विभाग के द्वारा कोई ठोस कार्यवाही की जाती है ना ही पुलिस इस पर ध्यान दे रही है।जिससे रेत माफियाओं का मनोबल दिनों- दिन बढ़ते जा रहा है। बता दें कि सीजन में इस कोटरी नदी से विभिन्न घाटों पी.व्ही 61,संगम,बडगांव घाट से प्रतिदिन सैकड़ों ट्रेक्टर तक रेत निकाला जाता है। जानकारी के अनुसार अभी बरसात के दिनों में भी प्रतिदिन लगभग 50 ट्रैक्टर अवैध रेत परिवहन किया जा रहा है। जानकारी होने के बाद भी खनिज विभाग और अन्य विभागों की खानापूर्ति कार्यवाही सेटिंग और बड़े लेन-देन की ओर इशारा करती है जो परलकोट क्षेत्र में जन चर्चा का विषय बना हुआ है। गौरतलब हो कि कुछ माह पूर्व पखांजूर तहसीलदार के द्वारा यहां से कई ट्रैक्टर अवैध उत्खनन और परिवहन करने वालो पर जप्ती बनाकर कार्यवाही भी की थी। इस अवैध उत्खनन से कांकेर जिला के खनिज विभाग के साथ शासन को लाखों रुपए राजस्व की हानि भी हो रही है। वहीं इस मामले पर खनिज विभाग और पुलिस विभाग की चुप्पी समझ से परे है।

सूत्रों की माने तो बारिश का सीजन आने के पहले से ही कोटरी नदी का सीना चिर कर पेटी ठेकेदार जेसीबी लगा कर सैकड़ो गाड़ी रेती अवैध रूप से निकाल कर महज नदी के पास ही मुख्य मार्ग पर स्टॉक कर रखे है। तकि बारिश सीजन में अपना काम कर सके। रेत माफिया द्वारा ट्रैक्टर से जगह जगह पर सैकड़ो गाड़ी रेती को स्टॉक कर रखा गया है तकि बरसात के दिनों अधिक दामों में बेचा जा सके।

इस संबंध पर जिला खनिज अधिकारी के द्वारा लगातार एक ही शब्दों का उपयोग किया जाता कि कार्यवाही होगी। पर कब होगी य नही बता सकते।

राजदीप शर्मा

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