मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म की कोशिश करने वाले आरोपी का पुतला फूंका आदिवासी समाज कोंटा ने
आरोपी के कथित संरक्षक भाजपा नेता पी विजय नायडू पर भी कठोर कार्रवाई की मांग की
कोंटा (भूमकाल समाचार) । 5 साल की मासूम आदिवासी बच्ची के साथ दुष्कर्म की कोशिश के आरोपी संदीप नायडू और उसके कथित संरक्षक पी विजय के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर आज आदिवासी समाज ने कोंटा में उग्र प्रदर्शन किया ।
ज्ञात हो कि 7 जुलाई को घटी इस घटना की रिपोर्ट कोटा पुलिस ने घटना के 2 दिन बाद आदिवासी समाज के दबाव में 9 जुलाई को दर्ज किया था । आदिवासी समाज का आरोप है कि पुलिस आरोपी को बचाने व साक्ष्य नष्ट होने में मदद कर रही थी, इसके पीछे पुलिस पर दबाव सलवा जुडूम के नेता रहे व अग्नि तथा समाज एकता मंच जैसी संस्थाओं से सक्रिय रूप से जुड़े रहे भाजपा नेता पी विजय का बना हुआ है । ज्ञात हो कि पी विजय पूर्व आईजी बस्तर कल्लूरी का खास बंदा हुआ करता था, तब इनकी पहुंच तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह के बंगले तक थी । पिछली सरकार के समय से इन्हें सुरक्षा गार्ड मिला हुआ है ।
आदिवासी समाज के नेताओं व लोगों ने के प्रकरण में पुलिस की लापरवाही और उदासीनता के खिलाफ तथा कथित रूप से आरोपी के संरक्षक पी विजय पर कार्यवाही की मांग को लेकर प्रदर्शन किया और आरोपी का पुतला फूंका आदिवासी समाज के नेताओं द्वारा प्रदेश के महामहिम राज्यपाल को लिखे ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि तुम बच्ची के साथ अनाचार करने के दोषी आरोपी को पी विजय नायडू द्वारा संरक्षण दिया जाता है । पत्र में आरोप है कि 2006 से पी विजय द्वारा क्षेत्र के आदिवासियों को डरा धमका कर शोषण किया जाते रहा है । यह भी आरोप है कि पी विजय खुद को मिले सुरक्षा गार्डों का दुरुपयोग करते हुए जुआ सट्टा जैसे धंधों में भी लिप्त है और इनके खिलाफ स्थानीय थाने में 11 से ज्यादा अपराध दर्ज है । आदिवासी समाज ने राज्यपाल से अनुरोध किया है कि पी विजय नायडू के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही कराई जाए ।