पंजाब नेशनल बैंक और राशि स्टाइल में डुब चुके करोड़ों के ऋण राशि को लेकर हुआ गुप्-चुप समझौता

समझौता राशि बताने से किया इनकार
 
समझौता की पीछे बैंक अधिकारियों द्वारा बड़े लेन-देन की सम्भावना


डीपी गोस्वामी

बिलासपुर | 106 करोड़ जैसी भारी भरकम ऋण राशि न चुका पाने पर पीएनबी बैंक से सरफेसी एक्ट के तहत पजेशन नोटिस पाने वाली राशि स्टील और बैंक प्रबंधन के बीच एक मुस्त समझौता हुआ है ।  किंतु बैंक प्रबंधन समझौते की रकम बताने से इनकार करता है बाजार सूत्रों के मुताबिक राशि ने  प्रथम किश्त के रूप में 12 करोड रुपए जमा किया, इन्हीं सूत्रों को माने तो बैंक ने अपनी मांग पत्र में जिस राशि का उल्लेख किया था उस से आधे पर समझौता हुआ है ।

   राशि स्टील की कहानी आरंभ से ही विवादास्पद है जमीन खरीदने और उसके मूल्यांकन रिपोर्ट में भी अंतर है । पर्यावरण को क्षति पहुंचाने वाले कामों पर कंपनी को नोटिस भी हुई वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक कंपनी का रजि. ऑफिस ए 84फर्स्ट फ्लोर मीरा बाग नई दिल्ली है तथा बिलासपुर में राजीव प्लाजा के प्रथम तल पर भी एक ऑफिस है ।  राशि स्टील बेलटुकरी पाराघाट में 34 एकड़ जमीन पर बनी है जिसमें से ग्रीनलैंड के लिए 11.25 एकड़ जमीन छोड़ी गई है । पानी का मुख्य स्रोत भूमिगत जल है यही बात आरंभ से आलोचना का विषय रही साइट पर पड़ी जानकारी के अनुसार कंपनी में महेश गुप्ता,;राकेश जिंदल,&;अमर अग्रवाल अशोक अग्रवाल और अशोक अग्रवाल डायरेक्टर हैं;। वैसे माने तो राशि स्टीलपंजाब नेशनल बैंक कीबड़ी डिफॉल्ट ऋणी थी और अपने पिछले अनुभवों को देखते हुए बैंक प्रबंधन ने तनावपूर्ण स्थिति के कारण प्रबंधन ने रायपुर कार्यालय से ही पूरा प्रकरण निपटाया । इसी तरह मॉल के साथ भी सेटलमेंट की कोशिशें जारी है आश्चर्यजनक बात है कि बिलासपुर की ही एक मध्यस्थ कंपनी ने दोनों के बीच सेतु का काम किया इस मध्यस्थ कंपनी का एक पार्टनर पूर्व में एसईसीएल रिश्वत कांड में सीबीआई द्वारा पकड़ा गया है और इन दिनों बैंक के कारपोरेट ऋण में मध्यस्थ के लिए काम करता है । यही बात तो इन समझौतों को संदिग्ध बना रही है ।


डीपी गोस्वामी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!