लॉकडाउन के नियमो की धज्जियां उड़ाकर मनरेगा कार्य कराने की खबर प्रकाशन के बाद जनपद सीईओ ने पत्रकार को भेजा तुगलकी फरमान, खबर पर प्रशासन ने नही लिया संज्ञान
खबर पर कार्यवाही के बजाय, समाचार प्रकाशन के एक सप्ताह बाद भी मशीन से खोदा जा रहा मनरेगा का तालाब
बिना मास्क के मजदूरों से लिया जा रहा काम
बीजापुर :- सम्पूर्ण विश्व कोरोना की महामारी से लड़ रहा है सरकारों ने कोरोना को मात देने तय नियम कानून बनाकर पालन करने के सरकारी निर्देश दिए हैं। लॉकडाउन के दौरान मनरेगा के कार्यो सहित जरूरी संस्थानों को नियम- शर्तों के साथ छूट मिली हुई है। जनपद पंचायत बीजापुर के सीईओ को मनरेगा में लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाकर कार्य कराने की खबर इतनी नागंवार लगी कि खबर लिखने वाले पत्रकार को ही एक तुगलकी आदेश जारी कर दिया है। 16 अप्रैल को जारी इस आदेश को सीईओ साहब ने 18 अप्रैल को व्हाट्सएप के जरिये भेजकर जवाब तलब किया है। 16 से 18 अप्रैल तक यह आदेश सरकारी कर्मचारियों के व्हाट्सएप ग्रुप्स में वायरल किया जा रहा था।
9 अप्रैल 2020 को एक न्यूज पोर्टल ने मनरेगा कार्यों में कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन की अवधि में मजदूरों द्वारा सोशल डिस्टेंशिंग और बिना मास्क पहने कार्य कराने की खबर प्रकाशित की थी. प्रकाशित खबर में स्पष्ठता से कार्य के दौरान ली गई वीडियो को भी लिंक में डालकर सीईओ जनपद पंचायत बीजापुर के द्वारा कार्य कराने का जिक्र है। निर्माण कार्य मे कहीं भी सोशल डिस्टेंशिंग और मास्क का पालन नही किया जा रहा था।
समाचार प्रकाशन के सप्ताह भर बाद भी मशीन का उपयोग धड़ल्ले से जारी
खबर प्रकाशित होने के बाद सीईओ जनपद पंचायत बीजापुर ने पत्रकार को एक तुगलकी फरमान जारी करते दो बिंदुओं पर खबर की सत्यता प्रमाणित करने का आदेश जारी किया है। आदेश में खबर की प्रमाणिकता साबित नही होने पर द्वेषपूर्ण एवम मानहानि कारक मानते हुए अग्रिम कार्यवाही करने का जिक्र सीईओ ने अपने पत्र में किया है।
वहीँ पत्रकार ईश्वर सोनी ने सीईओ के आदेश को उनकी बौखलाहट करार दिया है। साथ ही 16 अप्रैल के आदेश को सोशल मीडिया में कर्मचारियों के व्हाट्सएप ग्रुप्स में वायरल करके उनके छवि धूमिल करने की साजिश करार दिया है। सोनी ने बताया कि ग्राउंड रिपोर्ट करके मैंने खबर प्रकाशित किया है। जिलेभर में मनरेगा के कार्यो में अनदेखी की जा रही है। विपक्ष ने मनरेगा में गड़बड़ी को लेकर ज्ञापन भी सौपा है। मेरे द्वारा कार्यस्थल पर वीडियो और फ़ोटो भी रिकॉर्ड किया गया है जिसमे स्थान की लोकेशन फ़ोटो में देखी जा सकती है। खबर पर प्रशासन की अनदेखी और कोई कार्यवाही नही करना दर्शाता है कि वो भ्रस्टाचार के खेल को चलने देना चाहते हैं। मेरे द्वारा प्रकाशित खबर शत प्रतिशत सत्य और प्रामाणिक है और मैं कानूनी लड़ाई के लिए भी तैयार हूं ।
ईश्वर सोनी