फरार खनन माफिया अमृत पटेल से कथित सम्बन्धों के आरोप को उमेश पटेल ने सिरे से नकारा….. ….. सोशल मीडिया में चल रही खबरों को बताया विरोधियों का राजनैतिक स्टंट,उमेश ने कहा कि आपने विगत पन्द्रह सालों की भाजपा सरकार में माफियाओं के विरुद्ध कभी इस तरह की कार्यवाही होती देखी है,जैसी अब की जा रही है
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रायगढ़– बीते सप्ताह जिले के सबसे बड़े अवैध खनिज उत्खनन क्ष्रेत्र टिमरलगा में जिले के कुख्यात खनन माफिया अमृत पटेल के अवैध खदानों में प्रशासनिक टीम की छापा मार कार्रवाही की गई थी। कार्रवाही के दौरान अवैध खनन में संलिप्त अमृत पटेल ने घटना स्थल से भागने के दौरान आई ए एस मयंक चतुर्वेदी पर वाहन चढ़ा कर उन्हें जान से मारने का प्रयास किया था। जबकि स्थानीय लोगो की माने तो प्रसाशनिक अमले पर हमला करने के आदतन आरोपी रहे खनन माफिया अमृत पटेल के द्वारा पूर्व में भी दो बार इस तरह का घटनाओं को अंजाम दिया गया था। हालांकि इस बार उसके उक्त कृत्य के लिए उसे दोषी मानते हुए प्रशासन ने उस पर गम्भीर धाराओं में अपराध पंजीबद्ध किया है। अपराध दर्ज होने के बाद फरार आरोपी की तलाश में एक तरफ जिले की पुलिस पता साजी में पूरी सक्रियता से लगी हुई है। तो दूसरी तरफ बीते दो दिन से स्थानीय समाचार पत्रों और न्यूज पोर्टलों में फरार खनन माफिया अमृत पटेल से मंत्री उमेश पटेल के कथित सम्बन्धो और उसे अघोषित रूप से संरक्षण दिए जाने का आरोप लगाते हुए सनसनी खेज खबरें प्रसारित की जा रही है। वहीं उनसे जुड़े कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने भी उनके बचाव में बयान देने लगे है। माफिया अमृत पटेल को कथित संरक्षण जैसे आरोपों को लेकर मंत्री उमेश पटेल ने अपने निवास स्थान नन्देली में पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि आरोप लगाने वाले ये भूल रहे है कि फरार खनन माफिया अमृत पटेल एव उस जैसे अन्य दूसरे खनिज माफिया के विरुद्ध बीते एक महीने में जिस तरह की तबाड़- तोड़ कार्रवाहियां प्रसाशन और पुलिस ने अभी कांग्रेस सरकार आने के बाद की है। ऐसी कार्यवाही उन लोगों ने बीते 15 सालों में भाजपा शासनकाल के दौरान कभी होते नही देखा है.? बीते शासनकाल में सभ्य समाज के लिए नासूर बन चुके जिले के दर्जनों खनिज माफियाओं में से एक अमृत पटेल भी है। जिसने भाजपा शासन काल मे बड़े पैमाने पर बेख़ौफ़ अवैध खनन का कार्य किया है। अब कांग्रेस के साशन में हो रही कार्रवाहियों से उस जैसे माफियाओं को होश उड़े हुए है। उमेश पटेल यह भी कहते है कि अब राज्य में ईमानदार कांग्रेस की सरकार है। यहाँ खनिज माफिया ही नही वरन दूसरे किसी भी प्रकार के माफियाओं को कोई संरक्षण नही मिलने वाला है। हमने प्रशासनिक अधिकारियों को माफियाओं के विरुद्ध कार्रवाही करने की खुली छूट दे रखी है। जिसका परिणाम यह है कि फरार खनिज माफिया अमृत पटेल पर भी तमाम तरह की गम्भीर धाराओं में न केवल अपराध पंजीबद्ध किया गया है। बल्कि कलेक्टर रायगढ़ ने उसकी सम्पत्ति तक कुर्क करने का आदेश जारी कर दिया है। अभी उन्हें जानकारी मिली है कि उस पर बकाया 38 करोड़ रुपये के वसूली की पृथक से कार्रवाही भी प्रशासन कर रहा है। किसी अपराधी के विरुद्ध सरकार या प्रशासन से आप और किस तरह की कार्रवाही की अपेक्षा रखते हैं? उमेश कहते है कि भाजपा शासन काल मे पूरे 15 साल तक बेख़ौफ़ अवैध खनन करने वाले अमृत पटेल या उस जैसे किसी खनिज माफिया पर इस तरह की कड़ी कार्यवाही क्यों नही की गई यह विचार करने योग्य विषय है। इस मामले में भी आप भरोसा रखिये पुलिस प्रसाशन पूरी निष्पक्षता से कार्रवाही करेगा। उन्हें उचित लगेगा तो वे नंदेली में भी उसकी तलाश कर सकते है । मैं इतना कहना चाहूंगा कि जल्दी ही फरार माफिया अमृत की गिरफ्तारी हो जायेगी। उनका कहना था कि इस पूरी कार्रवाही को लेकर मीडिया के माध्यम से वो जिला पुलिस और प्रशासन के साहसिक कार्य की प्रशंसा करते है। रही इस तरह के आरोपों की बात तो यह सब चुनावी स्टंट का हिस्सा है। आपको पता होगा कि जिले में कल लोकसभा चुनाव का मतदान होना है,तो विरोधी ऐसे सस्ते आरोप लगाकर राजनैतिक लाभ लेने की कोशिश में है। ।। वही प्रकरण को लेकर जैसे ही कुछ विरोधियों ने माफिया अमृत का नाम नंदेली हाउस से जोड़ने का प्रयास प्रारम्भ किया था, वैसे ही कांग्रेस से जुड़े तमाम दूसरे नेता और कार्यकर्ता भी उमेश पटेल के पक्ष में खड़े होकर बयान देने लगे। समर्थकों का सीधे तौर पर यह कहना है कि खनिज माफिया से मंत्री उमेश पटेल के कथित सम्बन्धों को लेकर दुष्प्रचार करने का यह कृत्य विरोधियों की गंदी मानसिकता का परिचय तो है,ही बल्कि उनका ओछा राजनीतिक आचरण भी है।। गौरतलब हो कि टीमरलगा में बीते सप्ताह खनिज विभाग की कार्रवाही में प्रशासनिक टीम का नेतृत्व कर रहे आई ए एस मयंक चतुर्वेदी पर माफिया अमृत पटेल के द्वारा वाहन से कुचलकर मारने का प्रयास किया गया था। तब से यह मामला बेहद संवेदनशील हो गया था। वहीं आरोपी की संभवित गिरफ्तारी में हो रही देरी से भी तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे है। कुछ लोग इस घटना को राजनैतिक लाभ-हानि के लिए भी इस्तेमाल करने में लगे है
साभारः नीतिन सिन्हा
Very good news