मुठभेड़ दो वर्दीधारी हार्डकोर नक्सली ढेर, पुलिस का दावा विधायक की हत्या में थे शामिल
माओवादियों का दावा निहत्थों पर चलायी गयी गोली
मगर माना कि पार्टी के लिए थे वे महत्वपूर्ण
दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में 18 अप्रैल की सुबह पुलिस एवं नक्सलियों के मध्य हुयी मुठभेड़ में दो वर्दीधारी नक्सली मारे गए और संतरी ड्यूटी पर तैनात एक नक्सली घायल हो गया है। घायल नक्सली को गिरफ्तार कर उपचारार्थ अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। मारा गया नक्सली वर्गीश हाल ही में भाजपा विधायक भीमा मंडावी की हत्या में शामिल रहा है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार कुंआकोंडा थाने से डीआरजी और जिला पुलिस बल की संयुक्त पार्टी दुवालीकरका के जंगलों में सर्चिंग के लिए निकली थी इसी दौरान धनीकरका एवं दुवालीकरका के मध्य जंगल में घात लगाए नक्सलियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में फौरन मोर्चा संभालते हुए पुलिस बल ने भी गोलियां दागीं। लगभग एक घंटे तक हुयी मुठभेड़ के बाद अंतत: नक्सलियों के पैर उखड़ गए और वे घने जंगल और पहाड़ी की आड़ लेकर जंगल में भाग गए।
बस्तर आईजी विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि घटनास्थल की सर्चिंग के दौरान पुलिस ने दो वर्दीधारी नक्सलियों के शव बरामद किए हैं, जिनमें एक नक्सली पांच लाख के ईनामी मलांगिर एरिया कमेटी के सदस्य और आईईडी विशेषज्ञ वर्गीश के रूप में शिनाख्त की गयी है। मारे गये दूसरे नक्सली की पहचान, जोगा मंडावी एलओएस मेबर के तौर पर हुयी, जो एक लाख का ईनामी है। मुठभेड़ में एक नक्सली दशरू घायल हुआ है, जिसे दंतेवाड़ा जिला अस्पताल में उपचारार्थ दाखिल करवाया गया है।
उन्होंने बताया कि मौके से एक 315 बोर रायफल, 1 भरमार बंदूक, बैनर, पोस्टर, दवाईयां, गोला-बारूद, डेटोनेटर, बिजली के तार, बैटरी, पिट्ठू, दैनिक उपयोग की सामग्रियां तथा नक्सली साहित्य का जखीरा बरामद किया गया है।
श्री सिन्हा ने बताया कि मारे गए नक्सली हत्या, हत्या का प्रयास, आगजनी, अपहरण, लूटपाट, पुलिस पर फायरिंग, बारूदी विस्फोट एवं सड़क काटने जैसी दर्जनों संगीन वारदातों में शामिल रहे हैं। मारा गया नक्सली वर्गीश हाल ही में भाजपा विधायक भीमा मंडावी की हत्या में शामिल रहा है।
इधर दरभा डिवीजन कमेटी के सचिव साईंनाथ ने विज्ञप्ति जारी कर स्वीकार किया है कि इस मुठभेड़ में पार्टी के दो महत्वपूर्ण साथी मारे गए हैं । विज्ञप्ति के अनुसार 17 अप्रैल को पांडु माड़वी उर्फ वर्गेश पार्टी के काम से दुव्वलिकरका गांव ग्रामीणों से मिलने गयी थी , तब किसी मुखबिर की सूचना पर दूसरे दिन पुलिस ने उन्हें घेर कर गोली मार दी । तब उनके साथ चेतना नाट्य मंडली के कामरेड लिंगाल और एक ग्रामीण दसरू भी घायल हुआ था । फिर पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार करने के बजाय दोनो को काफी यातना देकर अलग अलग ले जाकर ग्रामीणों के सामने ही गोली मार दी ।
साईंनाथ ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर आरोप लगाया है कि एक तरफ वे नक्सली समस्या को आर्थिक व सामाजिक समस्या बताते हैं तो दूसरी ओर फर्जी मुठभेड़ और सामूहिक नरसंहार जारी रखे हुए हैं ।