उज्जवला योजना के कारण केंद्र सरकार ने कम किया छत्तीसगढ़ से मिट्टी तेल का कोटा ! मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र से कहा, “आसमान छूते सिलेंडर के भाव के कारण सिलेंडर होते हुए भी केरोसिन तेल पर डिपेंड.. ” बढ़ाया जाए कोटा .. !!
रायपुर। उज्जवला योजना के बाद केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ राज्य में केरोसिन तेल का कोटा कम कर दिया था। जिसे लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को पत्र लिखा है इस पत्र में उन्होंने केरोसिन तेल का कोटा बढ़ाए जाने की मांग की है।
सीएम बघेल ने पत्र में लिखा कि प्रदेश में उज्जवला योजना के तहत गरीबों को गैस कनेक्शन बांटे गए थे. लेकिन बाद में लोगों द्वारा सिलेंडर रिफिल नहीं कराया गया. आसमान छूते गैस के दाम के चलते लोग आर्थिक रूप से इतने सक्षम नहीं थे कि सिलेंडर को रिफिल करा सके. यही वजह है कि गैस कनेक्शन मिलने के बाद भी ये लोग आज केरोसिन को ही ईंधन के रूप में करते हैं प्रयोग। बघेल ने कहा कि गरीबों को बांटे गए गैस सिलेंडर के बाद केंद्र सरकार ने राज्य में केरोसिन का कोटा घटा दिया था। प्रदेश में केरोसिन का कोटा वापस बढ़ाया जाए।
दूरस्थ ग्रामीण इलाकों में वितरण की भी समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण लोगों को कई किलोमीटर जाकर सिलेंडर लेना पड़ता है और होम डिलीवरी की व्यवस्था भी कोई विश्वसनीय नहीं है।
भूपेश बघेल ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि उज्जवला योजना के तहत साल 2016 से आज तक राज्य में करीब 26.79 लाख गैस कनेक्शन वितरित किए गए है. जिसके बाद केंद्र सरकार ने साल 2015/16 में केरोसिन का आवंटन 1.72 लाख लीटर से घटाकर साल 2018/19 में 1.15 लाख लीटर कर दिया है।