सरकार जवाब दे स्कूली छात्रों के एन्काउंटर मामले में पुलिस ने पहले झूठ बोला था या अब : कांग्रेस
बुरगुम में स्कूली बच्चों के फर्जी एन्काउंटर मामले को पुलिस द्वारा उच्च न्यायालय में नकारने के बाद कांग्रेस ने पुलिस और भाजपा सरकार को एक बार फिर कटघरे में खड़ा किया है। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया सचिव सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि यदि स्कूली छात्र सोनकू और बिजलू की मौत पुलिस एन्काउंटर में नही हुई तो पुलिस अधीक्षक ने डीआरजी के जवानो द्वारा एन्काउंटर में इन बच्चों के मारे जाने की बात क्यों कहा था।
इन बच्चों के शवों के पास से पुलिस ने गोली, हथियार, बम आदि विस्फोटक सामाग्री की जप्ती की बाते पत्रकारवार्ता में क्यों कहा था? पुलिस ने किसके बचाव के लिये एन्काउंटर की कहानी गढ़ी थी? बच्चों का हत्यारा कौन है? इन मासूम बच्चों से किसी की क्या दुश्मनी थी?
सरकार जवाब दें कि पुलिस ने पहले झूठ बोला था या अब झूठ बोल रही है। यदि इन बच्चों की हत्या अज्ञात लोगो ने की थी फिर पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के बजाय इन बच्चों की मौत पुलिस एन्काउंटर में होना कहने की पीछे पुलिस का मंतव्य क्या था? यह भी सामने आना चाहिये, इनकी किसी ने हत्या की थी तो पुलिस ने साक्ष्य को छुपाया क्यों? साक्ष्य छुपाने के लिये और गलत बयानी के लिये जिम्मेदार अधिकारियों पर तत्काल मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जायें। बस्तर में पुलिस की अराजकता के तथ्य बार-बार सामने आने के बाद भी राज्य की भाजपा सरकार रहस्यमय ढंग से चुप क्यों? पुलिस की करतूतों के सामने सरकार बेबश और बेचारी क्यों बनी है?