राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पांडे जी के राखी का स्वागत है,उनकी मांगो का भी स्वागत है-कांग्रेस
15 सालो से लगातार अपने बड़े भाई डॉ रमन सिंह को राखी के साथ भेजे गये पत्रों को सार्वजनिक करे सुश्री पांडे-कांग्रेस
राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पांडे के बड़े भाई डॉ रमन राज में 300 करोड़ का शराब की बिक्री 5000 करोड़ तक पहुँची-विकास तिवारी
कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पांडे ने प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को राखी के पावन अवसर पर राखी एवं साथ में एक पत्र भेजा है जिसमें प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी की मांग की गई है निश्चित तौर पर रक्षाबंधन भाई बहन का पावन त्यौहार है जो आदि अनादि काल से मनाया जाता है लेकिन भारतीय जनता पार्टी की संस्कृति उसमें भी राजनीति करने से नहीं परहेज नही कर रही है। राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पांडे द्वारा भेजे गए राखी का स्वागत कांग्रेस पार्टी करती है और निश्चित तौर पर जो संकल्प कांग्रेस के घोषणा पत्र में पूर्ण शराबबंदी का लिया गया था उसे पूरा भी किया जायेगा। लेकिन कांग्रेस पार्टी यह जानना चाहती है कि राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पांडे जो कि दुर्ग से महापौर और विधायक भी रही है राष्ट्रीय स्तर में उनका कद अपने बड़े भाई पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह से बहुत बड़ा है 15 सालों से प्रदेश में भाजपा की सरकार थी तो उन्होंने कितने बार अपने बड़े भाई स्वरूप पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह को राखी के साथ शराबबंदी हेतु पत्र भेजा है और उनके पत्राचार का उनके बड़े भाई पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने क्या जवाब दिया है इस बात को पूरे प्रदेश की जनता राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पांडे से जानना चाहती है अगर सुश्री सरोज पांडे के बड़े भाई डॉक्टर रमन सिंह अपने शासनकाल में शराबबंदी कर देते तो आज प्रदेश में शराबियों की संख्या एक भी नहीं होती राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पांडे के बड़े भाई डॉक्टर रमन सिंह के राज में 300 करोड़ के प्रतिवर्ष बिकने वाला शराब 5000 करोड़ तक पहुंच गया तब अपने बड़े भाई डॉक्टर रमन सिंह को राखी के साथ पत्र भेजने वाली राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पांडे से कांग्रेस पार्टी जानना चाहती है कि 15 सालों में उनके बड़े भाई डॉक्टर रमन सिंह के राज में लगातार प्रतिवर्ष शराब का टारगेट बढ़ाया जाता था उस समय सुश्री सरोज पांडे अपने बड़े भाई डॉक्टर रमन सिंह को रक्षाबंधन के पावन पर्व में जो पत्र प्रेषित की थीं राखी के साथ उसे जनता के समक्ष अवश्य रूप से सार्वजनिक करें।