प्रेमिका की शादी एक दिन के किराए के दूल्हे से कराई भूतपूर्व टीआई कोमरे ने विभागीय जांच को प्रभावित करने,
जांच अधिकारी को डराने के लिए अपराधियों के बनाए मीडिया नेटवर्क का लिया सहारा, जांच अधिकारी के खिलाफ खबरें छपवा कर खुद ही करता है शेयर
कांकेर (भूमकाल समाचार) । एक आशिक मिजाज खतरनाक अपराधिक सोच के पुलिस अधिकारी ने शादीशुदा होते हुए भी अपने से आधी उम्र के गर्लफ्रेंड के साथ मिलकर फर्जी शादी का एक ऐसा नाटक रचाया जिसकी कहानी जानकारी आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे इस तरह की कहानी आपने शायद फिल्मों में ही देखी या सुनी हो । पुलिस विभाग में अपने दुष्चरित्रता के खिलाफ चल रहे विभागीय जांच को प्रभावित करने के लिए उक्त पुलिस अधिकारी ने एक नकली दूल्हा किराए में लेकर उससे अपनी प्रेमिका की शादी रचाई, और फर्जी मीडिया की टीम द्वारा उसे प्रचारित और प्रसारित करा कर एक कुंवारे लड़के की जिंदगी बर्बाद कर दी ।
इस कहानी की शुरुआत आज से साल भर पहले कांकेर पुलिस थाना से शुरू हुई । टीआई के रूप में पदस्थ अमर सिंह कोमरे पर आरोप लगा कि वह अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के सामने ही पुलिस थाने में अपने केबिन में एक गैर पुलिसकर्मी और अपने से आधी उम्र की लड़की को अपने सहयोगी के रुप में खुलेआम बिठाने लगे, और उसके साथ अश्लील हरकत करने लगे । यही नहीं इस अधिकारी ने खुद अपने फेसबुक वॉल पर बकायदा पुलिस ड्रेस में उक्त लड़की के साथ फ्लर्ट करते हुए कई शील-अश्लील फोटो भी सार्वजनिक की ।
बाद में कोमरे ने खुद सोशल मीडिया में उक्त युवती से विवाह करने व उसकी सिंदूर वाला फोटो वायरल किया तब इस अधिकारी के खिलाफ खुद इसके पुत्र और पत्नी ने पुलिस थाने में शिकायत किया । साथ ही लड़की के माता-पिता ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर कोमरे के खिलाफ शिकायत की कि शादीशुदा होने के बाद भी वह अवैध रूप से उनकी पुत्री को साथ में रखा हुआ है । साहू समाज ने भी इस पूरे प्रकरण को लेकर आपत्ति दर्ज कराई और पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन दिया, मगर जांच के दौरान कोमरे की कथित प्रेमिका ने पुलिस को साफ शब्दों में बता दिया कि वह बालिग है और अपनी मर्जी से कोमरे के साथ रहना चाहती है । बाद में जांच के दौरान इस पुलिस अधिकारी को कांकेर थाने से हटाकर जगदलपुर में अटैच कर दिया गया ।
मामले की जांच के दौरान मां और पिताजी के साथ थाने पहुंची कोमरे की कथित प्रेमिका ने स्वीकार किया था कि उसके संबंध अमर से है और उन दोनों ने शादी भी कर ली है और वह उसी के साथ रहना चाहती है । अब आश्चर्य है कि कुछ ही महीने बाद अचानक यही लड़की स्वयं कोमरे के साथ रायपुर जाकर एक अनजान लड़के से शादी का निर्णय क्यों ले लेती है ? शादी को 9 महीने होने आए अभी तक उसे लड़के का घर तक नहीं देखी।
बाद में जांच उपरांत इस पुलिस अधिकारी को कांकेर थाने से हटाकर जगदलपुर में अटैच कर दिया गया ।
बाद में कोमरे ने विभागीय जांच को प्रभावित करने और अपने फिर से पदस्थापना के लिए अपने पूर्व के कार्यकाल की तरह फिर से पैसे और ऊंची पहुंच के दम पर कोशिश की किंतु दुष्चरित्रता के मामले में खुलेआम बदनाम हो चुके इस अधिकारी का साथ तक किसी ने नहीं दिया । इसी बीच इसका संपर्क कांकेर के सबसे बड़े ब्लैकमेलर के रूप में चर्चित हिस्ट्रीशीटर गणेश तिवारी और ठगी और चार सौ बीसी के मामले में जेल काट चुके उसके साथी शब्बीर आडवाणी व अन्य साथी सुखरंजन उसेंडी ( जिसके खिलाफ पखांजूर थाने में एक लड़की ने पहले ही शारीरिक शोषण का मामला दर्ज करा रखा है ) से हुआ ।
और फिर 14 अक्टूबर 2019 को अपने होटल में ही काम करने वाले चारामा के पास के गांव उकारी के एक मजदूर जागेश्वर सिन्हा को उसके ठेकेदार दिनेश की मदद से होटल बुलवाया गया जहां उसे बिना बताए रायपुर लेकर चले गए । जागेश्वर के अनुसार उसे रास्ते में चरामा के पास किसी जगह ले जाकर खूब पिलाया गया , इस पूरे यात्रा के उदाहरण और आर्य समाज मंदिर रायपुर पहुंचने तक पूर्व थानेदार अमर सिंह कुमरे उसके साथ बना रहा । जागेश्वर के अनुसार “उसे पता ही नहीं चला कि उसकी किसी के साथ शादी हो रही है। आर्य समाज के भवन के ऊपर वाले कमरे में जहां ले जाया गया वहां सब कोई बैठे थे मुझे भी बैठाया गया और मेरे बगल की तरफ चार-पांच लड़कियां बैठी हुई थी, वहां मुझे कुछ कागज पर दस्तखत कराए गया और मेरे से आधार कार्ड की मांग की गई । बाद में उसी दिन रात को मुझे मेरे गांव छोड़ दिया गया शादी होने के बाद जागेश्वर को तीन-चार दिन बाद मुझे दोस्तों ने बताया कि उसका शादी का प्रमाण पत्र व्हाट्सएप ग्रुप में वायरल हो रहा है, तब मुझे अपने साथ हुई ठगी का पता चला तब मैंने अमर कोमरे तक ले जाने वाले अपने ठेकेदार दिनेश से संपर्क साधा और उससे पूछा कि यह सब क्यों हुआ तो दिनेश ने उसे बोला कि इससे कुछ नहीं होता यह बस नाटक है, साहब को बचाने के लिए नाटक किया गया था, तेरा कुछ नहीं बिगड़ेगा “
जागेश्वर को पता ही नहीं है कि जिस लड़की से उसकी शादी हुई है उसका नाम क्या है ? वह कहां की रहने वाली है ? और अब कहां है ? उसने उसको उस दिन से पहले कभी नहीं देखा और उस दिन के बाद भी नहीं देखा मगर जागेश्वर से कुछ समय पहले दिनेश के मोबाइल से उस लड़की ने उसे कुछ दिन पहले ही संपर्क करके धमकाया था कि जांच में अगर उसके पास कोई पूछने के लिए आए तो उसे यही कहना होगा कि हां मेरी इच्छा के अनुसार उसे शादी हुई है । लड़की ने जागेश्वर से साफ कहा कि शादी बस एक नाटक है और वह उसे कभी परेशान नहीं करेगी, वह कभी भी दूसरी शादी कर ले ।
मगर अब जागेश्वर मुसीबत में पड़ चुका है जागेश्वर के कलार समाज ने बैठक कर उसके पिताजी को पुत्र के समाज से बाहर जाकर प्रेम विवाह करने को लेकर लताड़ा है, हालांकि समाज को भी अब पता चल चुका है इस फर्जीवाड़े का इसलिए हुए अपने बहिष्कार पर ज्यादा कड़ा रुख नहीं अपना रहे हैं । जागेश्वर एंड्राइड मोबाइल इस्तेमाल नहीं करता इसलिए उसे व्हाट्सएप फेसबुक के बारे में कुछ पता नहीं है । जागेश्वर और अपनी प्रेमिका की शादी का प्रमाण पत्र खुद उक्त पुलिस अधिकारी कोमरे ने अनेक व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर किया । साथ ही इसी के आधार पर उसने अपने खिलाफ पूर्व में हुई जांच को झूठा साबित करने की कोशिश की । मगर उसके इस षड्यंत्र की जांच के लिए जिस अधिकारी को जांच सौंपा गया, जब वह तह तक पहुंचने लगा तो उस पर इसने दबाव बनाने की कोशिश की । जब सफल नहीं हुआ तब इसने अपने अपराध की दुनिया से जुड़े और कुछ मीडिया समूह पर कब्जा करके बैठे गणेश तिवारी और उनके मित्रों की मदद से इस अधिकारी के खिलाफ लगातार बिना तथ्य की खबरों का प्रकाशन शुरू कर उन्हें मानसिक रूप से परेशान करने की कोशिश की।
दबाव में आकर प्रशासन ने इस मामले की जांच एक अन्य अधिकारी को सौंप दी है अब देखना है कि उक्त अधिकारी कोमरे के दबाव में आकर आकर सच छुपाने की कोशिश करता है यह सही में सत्य को उजागर करता है ।
इधर पत्रकारों से बातचीत के बाद जागेश्वर ने बताया कि वह काफी डरा हुआ है, उसके साथ कभी भी कुछ भी हो सकता है अपनी जान की सुरक्षा और अपने साथ धोखे में रखकर कराए गए इस जबरदस्ती फर्जी शादी को लेकर वह कांकेर पुलिस अधीक्षक को शिकायत करना चाहता है ।
करोड़ों के होटल का मालिक है टीआई कोमरे, प्रदेश का इकलौता होटल जहां हेलीकॉप्टर में भी उतर सकते हैं, हेलीपैड के अलावा स्विमिंग पूल और बार भी
अमर सिंह कोमरे का पूरा कार्यकाल विवादास्पद रहा है । कई बार इनके ऊपर विभागीय कार्यवाही हुई निलंबित हुए पर फिर रिश्वतखोरी और ऊपरी पहुंच के भरोसे अपने मनचाहे जगह में अपनी पदस्थापना करवाते रहे इस दौरान उन्होंने आय से ज्यादा संपत्ति भी ईकट्ठा किया । इसका सीधा प्रमाण आपको कांकेर में इनके द्वारा बनाया गया यह थ्री स्टार होटल से मिल जाएगा, इस प्रमाण को खोजने के लिए आपको कहीं जाना नहीं पड़ेगा आप इनके फेसबुक वॉल में ही आ जाइए जहां इस होटल का विज्ञापन सरकारी अधिकारी होने के बाद खुद ही करते रहते हैं । आश्चर्य है कि इनके पास बार का लाइसेंस नहीं है फिर भी इनके विज्ञापन में होटल में बार संचालित होने का दावा है । पहले इन्हें एफ एल 2 बार का लाइसेंस प्राप्त हुआ था किंतु छत्तीसगढ़ सरकार ने एफएल 2 बार का लाइसेंस रद्द कर दिया है। लॉकडाउन में सभी प्रकार के बार बन्द रखने के निर्देश है फिर भी इनके रेस्टोरेंट में खुलेआम शराब परोसने की शिकायत भी है । लगभग 5 करोड़ की लागत से निर्मित इस होटल आलीशान होटल में बड़ा सा स्विमिंग पूल भी है । होटल में हेलीपेड भी है यानी प्रदेश का यह इकलौता होटल है जहां आप हेलीकॉप्टर से भी उतर सकते हैं । होटल इन की पत्नी के नाम से है जो खुद एक शिक्षाकर्मी है । हो सकता है यह होटल इनकी पीढ़ियों की संपत्ति के बदले बनाई गई हो, पर क्या है एक सरकारी कर्मचारी अपने व्यवसाय का खुलेआम इस तरह से विज्ञापन कर सकता है ?