पत्रकार साईं रेड्डी के हत्यारे को मिला पुलिस की ओर से ईनाम
कोरोना के सन्देह में संगठन से छुट्टी लेकर घर पहुंची महिला नक्सली ने भी किया आत्मसमर्पण
युकेश चंद्राकर
बीजापुर । जिले के बासागुड़ा में हुए चर्चित सांई रेड्डी पत्रकार हत्याकांड में शामिल नक्सली देवा मड़कम और जिस महिला नक्सली को कोरोना पॉजिटिव समझकर इलाज के लिए नक्सल संगठन से छुट्टी दी गई थी, दोनों ने आत्मसमर्पण कर दिया है ।
कोरोना संक्रमण के डर से जिस महिला नक्सली सुमित्रा को छुट्टी पर भेज दिया गया था उस पर बस्तर आईजी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा “कोरोना हुआ निगेटिव, विचार हुआ पॉजिटिव” । साथ ही बस्तर आईजी पी सुंदर राज ने बीजापुर के नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास कार्यों को बढ़ावा देते हुए ग्रामीणों का विश्वास जीतते हुए नक्सलवाद खत्म करने की बात भी कही ।
महिला नक्सली सुमित्रा चेपा ने जानकारी दी कि क्वारंटीन पीरियड के दौरान उसने पुलिस का वो चेहरा देखा है जिसे नक्सली बदनाम करने की कोशिश करते हैं । पुलिस और प्रशासन की नेकदिली के आगे सुमित्रा ने तय कर लिया कि जिस रास्ते पर वो चल पड़ी थी अब उस हिंसा के रास्ते को हमेशा हमेशा के लिए अलविदा कहने का वक़्त आ गया है, और पुलिस ने सुमित्रा का लोकतंत्र में स्वागत करते हुए नक्सलियों को संदेश भी दिया कि उन सभी का स्वागत है ।
2013 में बासागुड़ा साप्ताहिक बाजार में धारदार हथियारों से पत्रकार साईं रेड्डी की हत्या में शामिल नक्सली मड़कम देवा ने 12 साल की उम्र में नक्सलवाद का दामन थाम लिया था ।
दोनों नक्सलियों ने बस्तर आईजी पी सुंदर राज, एसपी कमलोचन कश्यप, कलेक्टर रितेश अग्रवाल और crpf डीआईजी कोमल सिंह के समक्ष आत्मसमर्पण किया है ।
युकेश चंद्राकर