हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा बाजार से गायब, अब एजेंडा के तहत दुष्परिणाम गिनाए जा रहे
चंद्रशेखर जोशी
कोराना वायरस के खिलाफ हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा का नाम सामने आया था। भरत इस दवा का सबसे बड़ा निर्यातक है। अमेरिका ने इस दवा को मंगा लिया, बाद में पाकिस्तान को भी क्लोरोक्वीन भेज दी गई।
…हफ्ताभर पहले WHO ने इस दवा को लेने को कहा था। कहा गया कि स्वास्थ्य और सफाई कर्मी नियमित हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा का इस्तेमाल करें। कल से कहा जा रहा है कि यह दवा घातक है, इसका इस्तेमाल न करें।
…सच्चाई यह है कि पिछले तीन महीनों से चिकित्सक इस दवा का इस्तेमाल करते आए हैं। निजी अस्पतालों में भी कर्मचारियों को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की नियमित डोज खिलाई जा रही है। मेडिकल स्टोरों से यह दवा गायब हो चुकी है। कहा जा रहा है कि इसका उत्पादन नहीं किया जा रहा है, जो स्टाक था उसे अमेरिका व पाकिस्तान को भेज दिया गया है।
…अमेरिका में भारतीय मूल के प्रख्यात चिकित्सक डा. भरत बरई ने कहा है कि मलेरिया रोधी दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन राजनीति का शिकार हो गई है। उनका कहना है कि मीडिया में इस दवा के दुष्प्रभावों को बढ़ा-चढ़ा कर बताया जा रहा है। कोरोना वायरस के खिलाफ इस दवा का सबसे बेहतरीन रोगरोधक तंत्र के रूप में उपयोग है।
…मंस्टर कम्युनिटी हॉस्पिटल इंडियाना से जुड़े कैंसर विशेषज्ञ डा. बरई ने कहा, सभी दवाओं के दुष्प्रभाव होते हैं। यह हमेशा से फायदे बनाम जोखिम विश्लेषण होता है। हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन एफडीए से मान्यता प्राप्त है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कारगर है। इस दवा का वर्षों से इस्तेमाल किया जाता रहा है। उनका कहना है कि सरकारें हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन को लेकर बेवजह राजनीति कर रही हैं और लोगों के जीवन से खिलवाड़ कर रही हैं।
…उन्होंने आरोप लगाया कि एक सही वैज्ञानिक तस्वीर पेश करने के बजाय मीडिया और कुछ संस्थाएं राजनीतिक एजेंडे पर काम कर रही हैं। हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के बारे में गलत तस्वीर पेश की जा रही है। कई अन्य विशेषज्ञों का भी कहना है कि कोविड-19 महामारी के खिलाफ हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (एचसीक्यू) को एक जीवन रक्षक दवा मान रहे हैं। यह घातक वायरस से ग्रसित नागरिकों की जान बचाने में कारगर साबित हो रही है।
…मलेरिया में इस्तेमाल होने वाली दवा क्लोरोक्वीन का अधिक मात्रा में सेवन को स्वास्थ्य विशेषज्ञ हमेशा से घातक बताते हैं। यह एक हाइड्रोक्सी या हाइड्रॉक्सिल समूह ओएच सूत्र के साथ बनी इकाई है। इसमें हाइड्रोजन से बंधी ऑक्सीजन होती है। कार्बनिक रसायन विज्ञान में अल्कोहल और कार्बोक्लिक एसिड में हाइड्रोक्सी समूह होते हैं। दोनों ही नकारात्मक रूप से चार्ज होने वाले आयनों OH- और तटस्थ रेडिकल -OH समूह से मिलकर बनता है। यह यौगिक शरीर में एंटीबॉडी बनाने में सहायक होता है। गंभीर बीमारी के समय यह बांडिंग जीवनरक्षक बन जाती है।
..खैर जो भी हो, यह बताया जाना चाहिए कि भारतीय बाजार से क्लोरोक्वीन दवा अचानक गायब क्यों हो गई, चिकित्सक इसका इस्तेमाल क्यों कर रहे हैं, भारत से अन्य देशों में भेजी गई यह दवा फायदे कैसे पहुंचा रही है..
चंद्रशेखर जोशी