केदार कश्यप की पत्नी की जगह परीक्षा देने वाली महिला को अब तक पकड़ नहीं पाई पुलिस… जमीन खा गई या निगल गया आसमान ?
रायपुर. वर्ष 2015 में जब छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार थीं तब बस्तर के लोहण्डीगुड़ा इलाके के परीक्षा केंद्र में एक घटना के चलते प्रदेश की राजनीति में तूफान मच गया था. पूर्व शिक्षा मंत्री केदार कश्यप की पत्नी शांति कश्यप जगह कोई दूसरी महिला एम अंग्रेजी ( अंतिम ) की परीक्षा देने बैठ गई थीं. जब इस मामले में बवाल मचा तब अखबारों में प्रकाशित एक तस्वीर के आधार पर यह तथ्य सामने आया कि परीक्षा देने वाली भानपुरी के सिविल अस्पताल में काम करने वाली किरण मौर्य है. मामले में कांग्रेस के सदस्यों ने धरना- प्रदर्शन करते हुए यह आरोप भी लगाया था कि किरण मौर्य कोई और नहीं बल्कि मंत्री की सगी साली है. कांग्रेस के आरोप के बाद पुलिस ने पंडित सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय के प्रभारी कुल सचिव की शिकायत पर एक अज्ञात महिला के खिलाफ भारतीय दंड़ विधान की धारा 419 और छत्तीसगढ़ सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम 2008 की धारा 9 के तहत अपराध पंजीबद्ध तो कर लिया था, लेकिन इस महिला को पुलिस अब तक खोज नहीं पाई है. महिला अब भी गिरफ्त से बाहर है.
इस मामले में तब कांग्रेस के एक विधायक लखेश्वर बघेल ( वे अब भी विधायक है ) ने विधानसभा में सवाल पूछकर यह जानना चाहा था किस महिला के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है और पुलिस ने क्या कार्रवाई की है. तब गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने सदन में बताया था कि 4 अगस्त, 2015 को उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में संचालित परीक्षा एमए अंतिम की परीक्षा में शांति कश्यप की जगह एक अज्ञात महिला परीक्षा देने आई थीं. जो महिला परीक्षा देने आई थी उसके खिलाफ मामला पंजीबद्ध कर लिया गया है, लेकिन वह कौन है… क्या है इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है सो उसे गिरफ्तार नहीं किया जा सका है.
जमीन खा गई या आसमान निगल गया ?
मामले में पांच साल बीत जाने के बाद भी पुलिस अब तक अज्ञात महिला को खोज नहीं पाई है. इस मामले में एक बार फिर बुधवार को विधानसभा में सवाल पूछा गया है. नारायणपुर के विधायक चंदन कश्यप ने एक लिखित प्रश्न के जरिए यह जानना चाहा कि पंड़ित सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय के परीक्षा केंद्र में फर्जी परीक्षार्थी के संबंध में पुलिस ने क्या कार्रवाई की है. उन्हें जवाब मिला है- अज्ञात महिला के खिलाफ अपराध क्रमांक 26 / 2015 के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है. विवेचना जारी है. कब तक विवेचना चलेगी इसकी समय-सीमा बताना संभव नहीं है.
साभारः apnamorcha.com