खंडहर में तब्दील शौचालय , कचरे के ढेर में पड़े हैं मोदी के स्वच्छ भारत अभियान वाले टॉयलेट शीट
निशु त्रिवेदी
दंतेवाड़ा । समेली ग्राम पंचायत के मड़ेन्दा गांव में बिल्कुल पालनार -अरनपुर मुख्य मार्ग पर एक पेड़ के नीचे पड़े हुए ये टॉयलेट शीट्स और गांव में आधे-अधूरे बने खंडहर हो चुके शौचालय इस अभियान की असफलता की कहानी खुद बयां कर रहे है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र में मोदी जी का स्वच्छ भारत अभियान कबाड़ में तब्दील हो गया है और भ्रस्टाचार किस चरम पर है ।
दंतेवाड़ा जिले में कई ऐसे तमाम गांव है जहाँ स्वच्छ भारत मिशन धराशाई होते नज़र आते हैं । जहां सरपंच सचिव की मिलीभगत से ऐसे कई सरकारी योजना सिर्फ कागज़ों में सिमट जाते हैं । आपको बता दें कि मड़ेन्दा वही गांव है जहां से लगभग 6-7किलोमीटर की दूरी पर निलवाया में दूरदर्शन के कैमरामैन और 3 जवानों की शहादत हुई थी।
जब मुख्य मार्ग का मंजर ऐसा है तो आप अंदरूनी इलाकों का अंदाजा लगा सकते हैं चाहे वो स्वास्थ्य विभाग हो या शिक्षा सब सिर्फ खानापूर्ति है। और जो शौचालय बन भी रहे हैं, वो इतने घटिया स्तर के हैं कि मान लीजिए आप शौच के लिए जाएं तो ज़ख़्मी भी हो सकते हैं।