टाईम पत्रिका ने मोदी को ” इंडियाज डिवाइडर इन चीफ़” यानी भारत को बाँटने वाला मुखिया बताया है

टाईम पत्रिका ने मोदी की ही नही भारतीय मीडिया की पोल भी खोल दी

कल से भक्त भड़के हुए है आतिश तासीर से कि वो पाकिस्तानी है, मुसलमान है – – –

यह पत्रिका भारत में नहीं छपती है, अमेरिका की है लेकिन इस पत्रिका ने भारत के चुनावों का विश्लेषण करते हुए भारत के प्रधानमंत्री मोदी के लिए शब्द लिखा है – इंडियाज डिवाइडर इन चीफ़ यानी भारत को बाँटने वाला मुखिया …

Time पत्रिका को इन्होंने मनोहर कहानियां समझा हुआ है । इस भक्तिरस में डूबे लोगो मे कभी इनके लेखों के स्टैण्डर्ड क्या है ये पढ़ने की ज़हमियत भी नही उठायी होगी । Time पत्रिका के अपना एक अलग एडिटर ग्रुप होता है जो बहुत सोच समझ कर लेखों को चुनता है काफी शोध करता है । उस पर चर्चा होती है और फिर ये तयः होता है कि पत्रिका के कवर पेज पर किसको लाया जाए Time कवर पेज पर आना बहुत प्रतिष्ठित बात होती है या बहुत सनसनीखेज । ये किसी सरकार के दबाव में नही आते । यहां भारत मे तो ये पल भर में बिकने को तैयार खड़े रहते है पत्रकार एंकर एंकरणी। वहां ऐसा नही होता । वो अपने प्रेजिडेंट ट्रम्प का लिहाज नही करते तो हमारा या किसी और का क्या करेंगे ?

Time के इस लेख की सत्यता भक्त खुद ही साबित कर रहे है अपनी ऊलजलूल दलीलों से कि वो पाकिस्तानी है मुसलमान है..ये टाइम वाले सब प्रतिक्रियाएं वो पढ़ रहे है और उन्हें इसका पक्का विश्वास भी अब हो जाएगा कि जो टाइम पत्रिका के अंदर लेख छपा है उसमे पूरी सत्यता है क्योंकि रेस्पॉन्स ठीक वैसे ही मिला है कि मोदी के समर्थको के अंदर सहिष्णुता नाम भर की ही है और जो घटनाएं भारत मे हुई है उसकी यही वजह है। भक्तो ने टाइम के लेख की सत्यता को स्वयं ही सिद्ध कर दिया है..

कौन है पत्रकार आतिश तासीर ?

अब बात आतिश तासीर की जिसके बारे में कल से भक्त प्रजाति प्रलाप कर रही है। अंजना ओम कश्यप ने अपने शो में कहा कि टाइम पत्रिका का मोदी पर लेख एक पाकिस्तानी ने लिखा है। काश इस कुपढ़ को पता होता कि आतिश तासीर मशहूर पत्रकार तवलीन सिंह के बेटे हैं और उनकी परवरिश दिल्ली में उनके सिख नाना नानी ने की जिनकी खुशवंत सिंह से पारिवारिक मित्रता थी।आतिश के हाथ में बचपन से शिव का गोदना गुदा है और वह सिख धर्म का कड़ा पहनते रहे है जो उनकी नानी ने उन्हें पहनाया था ।

उनके पिता उन्हें इसलिए नापसंद करते थे कि वह इस्लाम और पाकिस्तान को लेकर इतने बेबाक ढंग से लिखते रहे थे कि अक्सर पाकिस्तानी पॉलिटिक्स में होने के कारण उन्हें दिक्कत होती थी। दिल्ली और लंदन में उनका अधिकतम समय बीतता रहा है। बनारस जाकर उन्होंने संस्कृत सीखी और आतिश तासीर की नवीनतम पुस्तक The Twice Born- Life and death on Ganges बनारस पर ही केन्द्रित है। गोदी मीडिया अपने झूठ को भक्तों के बीच दुष्प्रचारित कर रहा है। कहने की जरूरत नहीं कि यह अंजना ओम कश्यप वही है जो बनारस में नौका साक्षात्कार के समय लहालोट थी।

आतिश तासीर की इस रिपोर्ट का लिंक नीचे है। आतिश तासीर ब्रिटिश मूल के पत्रकार व उपन्यास लेखक हैं जो मोदी समर्थक भारतीय पत्रकार तवलीन सिंह और दिवंगत पाकिस्तानी राजनेता सलमान तासीर के बेटे हैं।ज्ञातव्य है कि सलमान तासीर की हत्या पाकिस्तान के कट्टरपंथियों ने कुछ वर्ष पूर्व कर दी थी।

युसूफ किरमानी की फेसबुक वाल से
भाजपा और भारत सरकार में दम है तो इस मैगज़ीन से यह रिपोर्ट हटवाकर या माफ़ी मँगवा दे। निश्चित रूप से भारत का अवाम इस स्टोरी को नहीं पढ़ पाएगा क्योंकि यहाँ यह बिकती नहीं है। आप लोगों को बताता चलूं कि यह वही पत्रिका है जिसने अपने यानी अमेरिका राष्ट्रपति ट्रंप को सनकी, महाझूठा जैसे शब्दों से नवाज़ते हुए कवर स्टोरी तक छापी है। …एक तरफ़ अमेरिकी प्रेस है तो दूसरी तरफ़ भारत का गोदी मीडिया है। अमेरिका और भारत दोनों ही खुद को दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र बताते हैं लेकिन इसी घटना से समझ आ जाएगा कि कितना फ़र्क़ है हमारे लंगड़े लोकतंत्र और अमेरिका के वास्तविक लोकतंत्र मे । तिहाड़ जेल की हवा खा चुके एक टीवी पत्रकार ने भारत के प्रधानमंत्री का इंटरव्यू लिया है। उस इंटरव्यू में भारतीय पीएम बता रहे हैं कि भारत की लोकप्रियता का विदेशों में डंका बज रहा है। लेकिन टाइम मैगज़ीन ने उसकी पोल खोल दी है। … मैंने टाइम मैगज़ीन की बात यहाँ इसलिए रखी है ताकि आप लोग जागरूक रहें। वोट चाहे जिस पार्टी को दें लेकिन जागरूक रहना ज़्यादा ज़रूरी है।


यहाँ पढ़िए देश के चीफ़ डिवाइडर कहे गए शख़्स की स्टोरी । टाइम मैगज़ीन का लिंक – http://time.com/5586415/india-election-narendra-modi-2019/

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!