सुकमा – बस्तर संभाग में लोकसभा 2019, 11 अप्रैल में चुनाव होना हैं। पुलिस प्रशासन वाहनों को अधिग्रहण कर रही हैं। बस्तर संभाग में चुनाव के चलते अचार सहिता लागू हैं। कुछ जगहों पे बस्तर क्षेत्र के दन्तेवाड़ा, सुकमा जिला के कोंटा क्षेत्र में कल आदिवासी सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोरी भद्राचलम की ओर जा रहीं थीं हर थाने में गाड़ियों की चेकिंग हो रहीं थीं, हमने पुलिस प्रशासन के चेकिंग का पुरा-पुरा सहयोग दिया।
कोंटा थाना के B. S. पांडे हमारी गाड़ी के सामने आकर खड़े हो गये मैंने गाड़ी रोक दिया जैसे ही मैंने गाड़ी रोका बी. एस. पांडे द्वारा रे बे की गलियां शुरू हो गई। मैंने कुछ नहीं बोला, सोनी सोरी का अंग रक्षक साथ में बैठा हुआ था वह गाड़ी से उतरा और गाड़ी के सभी दरवाजों को तलाशी के नाम पर खोल दिया, गाड़ी में सोनी सोरी बैठी हुई थी, सोनी सोरी को देखते ही पांडे पर्सनल बैग को चेकिंग करने की कोशिश किया, सोनी सोरी के बैग के चेकिंग का विरोध करने पर सोनी के साथ बत्तमीजी किया गया। क्या यहीं अचार सहिता हैं? बस्तर संभाग की पुलिस महिलाओं के सम्मान की बात करती हैं, क्या यहीं सम्मान हैं? माओवाद लोकसभा व विधानसभा चुनाव को ढकोसला, दिखावा कहता हैं तो क्या वाकई चुनाव दिखावा हैं?
छत्तीसगढ़ राज्य में सरकार बदल गई लेकिन व्यवस्था जस का तस हैं। इस सरकार से थोड़ी बहुत उम्मीदें थीं लेकिन लगता हैं उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पायेगी। लोकसभा चुनाव में सोचना पड़ेगा कि केंद्र में किसकी सरकार बननी चाहिए।