खुशहाल देशों की सूची में 140 वें पायदान पर भारत
दुनिया का सबसे खुशहाल देश है: फिनलैंड! अपना भारत दुनिया के 156 देशों की सूची में 140 वें पायदान पर! खुशहाल मुल्कों का वैश्विक सूचकांक हाल ही में संयुक्त राष्ट्र संघ के एक नेटवर्क ने न्यूयार्क में जारी किया। यह सूचकांक हर साल मार्च महीने में जारी होता है!
इस बार सर्वाधिक खुशहाल दस देशों में 7 यूरोप के हैं! अपने देश को ‘विश्वगुरु’ बनाने में जुटे मौजूदा सत्ताधारियों के विकास के तमाम दावों के बावजूद भारत दुनिया के 156 देशों की सूची में इस बार 140 वें स्थान पर फिसल गया। पहले के सूचकांक के मुकाबले इस बार भारत 7 पायदान और नीचे खिसका है!
सोचिए, कैसी ‘चौकीदारी’ हुई? अपनी सरकार के आंकड़े भी बताते हैं कि हाल के वर्षों में अशांति, हिंसा, माब लिंचिंग, सामुदायिक वैमनस्य, नफरत, असमानता और आर्थिक असंतुलन में भारी बढ़ोतरी हुई है! समझ में नहीं आता, प्रधानमंत्री और उनके मंत्री-प्रवक्ता देश को रोज ही बताते रहते हैं कि भारत बीते पांच सालों से लगातार तरक्की कर रहा है!
कैसे और कैसी तरक्की कर रहा है भाई? ये माना जा सकता है कि पूरी आबादी में सिर्फ 1 फीसदी लोगों की तरक्की हुई है! उनके हाथ में देश की लगभग अठहत्तर फीसदी संपदा आ गई है! एयरपोर्ट, बंदरगाह, खदानें, खेत, बिजली, पानी, शिक्षा-स्वास्थ्य क्षेत्र और यहां तक कि खुदरा व्यापार पर भी उनका कब्जा होता जा रहा है!
चलिए, लगे रहिए मंदिर-मस्जिद, गाय-गोबर, चौकीदार-थानेदार, शौर्य-पराक्रम और हिंदुस्तान-पाकिस्तान में! वैश्विक खुशहाली की वैश्विक सूची में 156 देशों के नाम शामिल होते हैं। अभी तो हम 140 पर ही हैं, अंतिम पायदान थोड़ी ही नीचे है! इंतजार कीजिए, चुनावी नतीजे का! फिर मिलेंगे इसी महीने अगले साल!
वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश उर्मिल के वाल से साभार