महानदी सहित जिलेभर की नदियों में रात भर हो रही खनिजों की लूट जेसीबी और बड़ी-बड़ी मशीनों से हो रही खुदाई और डंफर से हो रही है ढुलाई
विधायक प्रतिनिधि ही है रेत के अवैध और वैध ठेकेदार, माकड़ी में रोज हो रही अवैध डंपिंग
जान जोखिम में डालकर भूमकाल समाचार के पत्रकार की रिपोर्ट
मुड़पार में शाम 5 बजे से लग चुके हैं खुदाई के लिए कई जेसीबी
वीरेंद्र यादव
कांकेर ( भूमकाल समाचार ) जिलेभर की नदियों में खुलेआम पंचायतों, खनिज विभाग और कलेक्टर यहां तक के विधायकों की सहमति तक से धड़ल्ले से खनिज का उत्खनन जारी है । देर शाम यह काम लाठी-डंडों और कहीं-कहीं तो बंदूक से डरा कर खुलेआम किया जा रहा है । कांकेर की महानदी के कई गांव में देर रात तक खुलेआम सैकड़ों डम्फरों व जेसीबी के सहारे बंदूक की नोक पर रेत की खुदाई और ढुलाई का काम जारी है । यह सब कांकेर कलेक्टर व खनिज विभाग की जानकारी में हो रहा है । ज्ञात हो कि खनिज मंत्रालय स्वयं मुख्यमंत्री अपने पास रखे हुए, और पिछली विधानसभा में उन्होंने स्वयं दावा किया था कि प्रदेश के किसी भी स्थान में अवैध खनिज उत्खनन नहीं हो रहा है ।
ज्ञात हो कि कांकेर के विधायक व संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी के दो प्रतिनिधि रेत के ठेकेदार हैं । इनमें से एक गफ्फार मेमन के पास तो माकड़ी स्थित लोकेश जैन के नाम से आबंटित क्रेसर प्लांट भी पार्टनरशिप के तहत खनिज और पर्यावरण के नियमों को पूरा किए बिना धड़ल्ले से चालू है । अनेक सरकारी ठेकेदारों ने नाम ना बता जाने की शर्तों पर बताया है कि उन्हें इसी क्रेशर से गिट्टी लेने के लिए बाध्य किया जाता है ।
साथ ही माकड़ी में कांग्रेसी नेता व ढाबा मालिक हरनेक सिंह औजला जो विधायक महोदय के दूसरे प्रतिनिधि हैं का रेत का डंपिंग का कारोबार है । नियम के मुताबिक डंपिंग का काम बरसात के पूर्व होना था अब बरसात में जरूरी कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जाना था किंतु यहां बरसात के पूरे 3 माह गुजर जाने के बाद भी आज भी रोज डंपिंग का काम धड़ल्ले से जारी है और यह डंपिंग इन्हें दिए गए खदान नारा से नहीं बल्कि माकड़ी के ही पास हटकुल नदी से खुलेआम किया जा रहा है । इस खबर के साथ हम पिछली रात को अपनी जान जोखिम में डालकर भूम काल के पत्रकार वीरेंद्र यादव की आंखों देखी खबर वीडियो में दिखा रहे हैं आप खुद देखिए और समझ लीजिए कि जिले में अवैध खनिज खनन की क्या स्थिति है । हमारे पत्रकार साथी ने उस समय जिला कलेक्टर और खनिज अधिकारी दोनों को फोन लगाकर सूचना देने का प्रयास किया मगर दोनों ने अपने फोन बंद रखे थे आज खनिज अधिकारी को तो फोन लगा, उसे हमने यह वीडियो भी वाट्सअप में भेजकर दिखाया, तब उन्होंने कार्रवाई की बात कही भी है मगर क्या आपको लगता है कि जो अवैध काम खुद विधायक के प्रतिनिधि करा रहे हो ? विधायक का खुद उसमें सहभागिता हो कलेक्टर की नजरों के सामने हो रहा हो, तो क्या इसमें एक खनिज अधिकारी बेचारा कोई कार्रवाई कर सकता है ?
वीरेंद्र यादव