कोरोना महामारी के चलते आंध्र प्रदेश से लौटे प्रवासी मजदूरों का आलनार में स्वास्थ्य परीक्षण !
मंगल कुंजाम
किरंदुल :- दंतेवाड़ा जिले के कुआकोंडा ब्लॉक के दूर नक्सल प्रभावित क्षेत्र ग्राम आलनार, हिरोली ,समलवार ,बेंगपाल से तीन गांव के 140 मजदूर आंध्रप्रदेश के गन्नावराम में मजदूरी करने गए ग्रामीण अपने घर पहुँचने और परिवार से मिलने के लिए आये तो जरूर पर इन्हें गांव के ही बाहर रोक दिया गया ।
आपको बता दें कि कोरोना महामारी बीमारी को देखते हुए दूर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी कोरोना जैसे महामारी से लड़ने के लिए लोगों में जागरूकता दिखाई दे रहा है, इन इलाकों में लगातार कोरोना वायरस बीमारी से बचने के लिए सर्व-आदिवासी समाज के सदस्यों के द्वारा स्थानीय बोली,भाषा में गांव-गांव जाकर छोटी-छोटी टोलियों के माध्यम से सोशल- डिस्टेन्स बनाये रखने और अन्य किसी भी बीमारी सर्दी, खांसी, जुकाम जैसे लक्षण होने पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों और पंचायत सचिव को तत्काल सूचना देकर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में सूचना देने के लिए जागरूक किया जा रहा है !
ऐसे ही जागरूकता का परिचय देते हुए आलनार के नंदराम मिड़यामी द्वारा फोन पर आंध्रप्रदेश से आये मजदूरों की जानकारी पंचायत के सचिव सुनील भास्कर को देने पर सचिव के माध्यम से स्थानीय उपस्वास्थय केंद्र किरंदुल को जानकारी दी, जानकारी मिलते ही डॉ. भवरी संतोष चिकित्सा अधिकारी
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र किरंदुल, श्रीमती साधना साहा ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजिका उप स्वास्थ्य केंद्र हिरोली, राजेश बेहेरा,ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक, उप स्वास्थ्य केंद्र हिरोली, मनीषा देहारी
ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजिका
उप स्वास्थ्य केंद्र हिरोली, गमलेश भुआर्य, ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक
उप स्वास्थ्य केंद्र हिरोली ,के माध्यम से टीम गटित कर आलनार पहुंचे। मजदूरों को हिरोली गांव के दोकापारा और ग्राम पंचायत गुमियापाल के आश्रित ग्राम आलनार में मलांगिर नाला के पार पहाड़ी की तराई पर रोका गया था, जहाँ तक पहुँचने में मेडिकल टीम और जनप्रतिनिधियों को रास्ता दुर्गम होने और दो नाले होने से खाफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।निरीक्षण दल को मजदूरों तक पहुँचने में कई बार पैदल भी चलना पड़ा। वहाँ पहुंच कर मेडिकल टीम द्वारा सभी मजदूरों का बारी-बारी से स्वास्थ्य निरीक्षण किया गया।
डॉ. भवरी संतोष ने बताया कि आंध्रप्रदेश के गन्नावरम से आये सभी मजदूरों का स्वास्थ्य निरीक्षण किया गया है मजदूरों में किसी भी प्रकार के कोई बीमारी का लक्षण नहीं है, इनको 14 दिन तक होम- आईसोलेशन पर रखा गया है, मजदूरों के माध्मय से हमें जो जानकारी मिली है जिला प्रशासन को अवगत रिपोर्ट भेजकर अवगत करवाएंगे और जितने भी मजदूर जहां काम कर रहे थे उस इलाके या गन्नावरम में कोरोना के कितने पॉजिटिव मरीज हैं ये पूरी जानकारी लिया जायेगा, अगर जहाँ वे सभी मजदूरी कर रहे थे वहां पॉजिटिव मरीज होंगे तो इनको सभी को स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से हॉस्पिटल के आइसोलेशन वार्ड में रख कर इनको देख- रेख किया जाएगा।
मजदूरी करने गए लखमा मिड़यामी ने बताया की दो माह अलग-अलग दो ठेकेदार के पास काम किये हैं हम लोग खुद ही आना चाह रहे थे इसलिए ठेकेदार के मना करने के बाद भी हम लोग आए हैं, गाड़ी नहीं चल रहा है लॉकडाउन खत्म होंने तक रहने के लिए बोल रहा था हम सभी लोग घर आने के लिए ठान लिए थे दो माह का पूरा मजदूरी का पैसे लेकर हम किसी तरह से गन्नावरम से रात के 2 बजे चार ऑटो-रिक्शा से चारलापल्ली तक आये, फिर चारलापल्ली से ऊरसम गांव तक तीन टैक्टर में आये, गन्नावरम से चारलापल्ली तक 270 रुपए एक व्यक्ति का किराया और चारलापल्ली से ऊरसम गांव तक 200 रुपये गाड़ी किराया कर सभी 140 मजदूर गांव तक पहुंचे हैं, घर पहुंचने के पहले ही रास्ते में गांव के लोगों ने हमें रोक लिए हैं, कोई मिलने भी आ रहा है तो दूर से ही बात कर रहे हैं, हम अभी तक घर नही पहुंचे हैं गांव के ही बाहर झोपड़ी में ठहरे हुए हैं। हम लोगों को भी बीमारी के बारे में पता चला है इसीलिए गांव वाले जैसे हमें जहाँ रहने के लिए आदेश देंगे हम वही रहेंगे ।
सभी मजदूरों को आइसोलेशन रख कर राशन की वेवस्था जिला प्रशासन के साथ साथ स्थानीय तेजस्वनी महिला समूह एन.एम.डी.सी बचेली, मानव सेवा मदाव सेवा समिति बचेली और पंचायत सचिव के सहयोग से आंध्रप्रदेश से लौटे प्रवासी मजदूरों को बड़े बचेली तहसीलदार पुष्पराज पात्रा के माध्यम से राशन उपलब्ध कराया गया है।
मेडिकल टीम का सहयोग के लिए ग्राम पंचायत के सचिव सुनील भास्कर कोरोना वायरस जागरूकता प्रचार दल के सदस्य किरंदुल पदस्थ पशु चिकित्सक डॉक्टर सुरेंद्र मरकाम, मंगल कुंजाम ग्राम सरपंच समलवार सुख राम कुंजाम,जनपद सदस्य जोगा कुंजाम, हिरोली सरपंच जोगा कुंजाम, गुमियापाल सरपंच रीवा मिड़यामी, उप-सरपंच अजय मिड़यामी जनपद सदस्य राजू भास्कर आदि उपस्थित रहे।