ग्रीन रूम का पर्दा गंदा होने मात्र पर लोकनिर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता को कांकेर कलेक्टर के आदेश पर पुलिस ने लिया हिरासत में , अब पूरे विभाग के कर्मियों ने कलेक्टर पर कार्यवाही की मांग को लेकर घेरा विधायक निवास
गैर सरकारी समारोह कांकेर गढ़िया महोत्सव में व्यवस्था का मामला
तामेश्वर सिन्हा
कांकेर – मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के दौरान सभा स्थल पर VIP लोग के लिए बने ग्रीन रूम का परदा गंदा होना जिला कलेक्टर को इतना नगवार गुजरा की PWD के कार्यपालन अभियंता को ही थाना प्रभारी को बोल के थाना में बैठा दिया.
मामला छत्तीसगढ़ के कांकेर जिला का है कल 30 अक्टूबर सोमवार को प्रदेश के मुखिया गढ़िया महोत्सव के उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंचे थे. कांकेर PWD के कर्मचारियों ने आज एकजुट होकर विधायक निवास पहुँच कर कलेक्टर के खिलाफ कार्यवाही करने की बात कही. कर्मचारियों ने एक आवेदन के माध्यम से कहा है कि माननीय मुख्यमंत्री गढ़िया महोत्सव में सम्मिलित होने के कार्यक्रम के दौरान कलेक्टर कांकेर के.एल. चौहान के द्वारा लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता डी.राम के साथ कार्यक्रम स्थल के ग्रीन रूम के पास सार्वजनिक रूप से अभद्र अश्लील एवं गंदी-गंदी गालियों का प्रयोग किया गया जबकि यह कार्यक्रम शासकीय नहीं था। कलेक्टर के मौखिक निर्देश पर उनके बातों को न काटते हुए जिम्मेदारी पूर्वक विभाग द्वारा कार्य कराया जा रहा था। ग्रीन रूम का एक परदा बदलना था इस बात को लेकर खुलेआम गंदी-गंदी गाली-गलौच करने से पूरा विभाग आहत हुआ है इतना ही नहीं कार्यपालन अभियंता श्री डी.राम को कार्यक्रम स्थल में मौजूद पुलिस विभाग के टी.आई. कांकेर द्वारा गढ़िया महोत्सव कांकेर के स्थल से गिरफ्तार करवाकर थाने में लगभग 4 से 5 घंटे तक बैठा दिया गया।
माननीय मुख्यमंत्री का कार्यक्रम प्रभावित न हो इसलिए अनुविभागीय अधिकारी लो.नि.वि. कांकेर श्री आर.के. वट्टी, घनश्याम साहू. उपअभियंता, एवं एन.के. भट्टाचार्य, स्थल सहायक के द्वारा जिम्मेदारी को संभालते हुए कार्य कराया जा रहा था. परंतु कलेक्टर कांकेर के स्टाफ सी.एल. मारकण्डेय संयुक्त कलेक्टर द्वारा कलेक्टर के बातों का अनुकरण करते हुए अनुविभागीय अधिकारी उप-अभियंता एवं समयपाल को धमकी भरे शब्दों में कहा गया कि तुम्हारा ई.ई. को गिरफ्तार कर लिया गया है अब तुम्हारी बारी है इनको भी जेल में बंद किया जाये। इस तरह के विभाग के कर्मचारियों के साथ सार्वजनिक स्थान पर दुर्व्यवहार किया जायेगा तो हमारे स्वाभिमान को ठेंस लगता है और हमारे द्वारा किए जा रहे शासकीय कार्यों पर विपरित असर पड़ेगा।
कर्मचारियों ने आगे कहा कि डी.राम कार्यपालन अभियंता मानसिक रूप से बहुत आहत हुए हैं क्योंकि कार्यक्रम स्थल गढ़िया महोत्सव से कलेक्टर के निर्देश पर टी.आई.कांकेर द्वारा हाथ पकड़कर थाने ले जाया गया। इतने बड़ी बेइज्जती होने के उपरांत पूरा विभाग मानसिक रूप से आहत है। कोई भी कर्मचारी यदि कार्य कर रहा हो तो यदि उनसे छोटी-मोटी गलती हुई और उसे थाने में बैठा दिया जावेगा तो कार्य करने की जिम्मेदारी कौन लेगा। यदि कलेक्टर महोदय को लोक निर्माण विभाग के देख-रेख में टेंट एवं बेरिकेटिंग का कार्य अच्छा नहीं लगता है तो उनके नजर में जो अच्छा कार्य करा सकता है उस विभाग को वह कार्य की जिम्मेदारी दे देवें या स्वयं अपने निगरानी में अपने विभाग से कार्य को करवायें और लोक निर्माण विभाग को इस कार्य से पूर्णतः मुक्त करें।
हर बार इस तरह के कार्यक्रमों में इस विभाग के साथ दुर्व्यवहार किया जाता रहा है। परंतु इस बार बहुत ही बुरा बर्ताव किया गया है। इस प्रकरण से जिले के समस्त इंजीनियरों का मनोबल टूट गया है एवं एक जिलाधीश के द्वारा जिला स्तर के अधिकारी के साथ इस प्रकार दुर्व्यवहार होगा तो इस प्रकार के महत्वपूर्ण कार्यों का निर्वहन कर पाना संभव नहीं होगा। एक जिलाधीश के द्वारा इस प्रकार का व्यवहार किया जाना अशोभनीय एवं निंदनीय है तथा अधिकारी/कर्मचारी द्वारा इसकी घोर निंदा करते हैं।
तामेश्वर सिन्हा