हाल के कु-चर्चित तीन नेता-पुत्र: अमित जोगी , आकाश विजयवर्गीय , नीतेश राणे ; तीनो में मानवीय गुणों का अभाव
वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश की त्वरित टिप्पणी
सबसे तात्कालिक प्रसंग है: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के पुत्र अमित जोगी का! अमित का विवादों और खुराफातों से पुराना रिश्ता है! अभी 7जुलाई को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की माता जी का एक स्थानीय अस्पताल में निधन हो गया। वह कुछ समय से अस्वस्थ चल रही थीं! निधन की सूचना के बावजूद उसी दिन न जाने किस नशे में चूर अमित जोगी ने मुख्यमंत्री श्री बघेल के खिलाफ अनाप-शनाप लिखकर अपने ट्विटर एकाउंट पर पर डाल दिया!
विपक्षी भी अमित जोगी के ट्विट-खुराफात पर हैरत में हैं! आखिर किसी नेता-पुत्र, जो स्वयं भी राजनीति में दाखिल है, में ऐसी निकृष्ट सोच, संवेदना-शून्य आचरण और अशिष्टता कहां से आती है?
अब अमित जोगी और उनके पिता अजीत जोगी क्षमा-प्रार्थी मूड में दिख रहे हैं! उनके ताज़ा ट्विट में जाहिर हुआ है!
दूसरे नेता पुत्र हैं नितेश राणे! महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे नारायण राणे के पुत्र नितेश विधायक हैं। पर पिछले दिनों वह स्थानीय सरकारी कर्मी को दल-बल सहित हिंसक ढंग से अपमानित करते नजर आए।
इस सूची में तीसरे हैं आकाश विजयवर्गीय! इंदौर के विधायक और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के विवादास्पद पुत्र आकाश का मामला कई दिनों तक राष्ट्रीय खबर बना रहा! उन्होंने स्थानीय सरकारी अधिकारी की क्रिकेट बैट से पिटाई की। जेल भेजे गए। जमानत पर रिहा होने के बाद भी पिटाई को सही ठहराते रहे। इस पर प्रधानमंत्री तक को बोलना पड़ा। पर आज तक कारवाई नहीं हुई! आप ही सोचिए, कुछ नेता-पुत्र इस कदर बेलगाम क्यों हो जाते हैं? राजनीति समझने और करने की बात दूर रही, इनमें मानवीय गुणों और शिष्ट आचरण का इस कदर अभाव क्यों नजर आता है?