और फिर पुलिस ने रिश्वत वापस कर दिए !!
सोशल मीडिया में किया खुलासा तो अधिकारी हुए सक्रिय
अम्बिकापुर । किसी भी पुलिस थाने में रिपोर्ट लिखाने जाने वाले या किसी कार्यवाही मे फँसने वाले व्यक्ति के साथ पुलिसिया व्यवहार कैसे होता है यह लगभग सभी को पता ही है , पर इस बार मामला उल्टा पड़ गया और पुलिस को कार्यवाही के नाम से छीना गया पैसा सम्मान सहित वापस करना पड़ा ।
यह सम्भव हुआ वाट्स ग्रुप में सीधे शिकायत किये जाने से । पुलिस और पत्रकारों के कई वाट्सअप ग्रुप हैं , इसमें पुलिस अधिकारी भी सक्रिय हैं । ऐसे ही एक ग्रुप में एक रोचक मामला सामने आया है , जहां पुलिस और पत्रकारों के एक संयुक्त ग्रुप में स्वयं पत्रकार ने उनके किसी परिचित से कार्यवाही के नाम पर व डरा कर 6250 रुपये लिए जाने की शिकायत कर दी ।
शिकायत के अनुसार मामला यह है कि गांधी नगर थाने में किसी डीजे संचालक को गिरफ्तार किया गया और जब्ती की कार्यवाही की । यह कार्यवाही अनुविभागीय दंडाधिकारी अम्बिकापुर के आदेश पर की गई थी । कार्यवाई के दौरान ड्राईवर को पीटा भी गया , 200 रुपये का पेट्रोल भी किसी पुलिस वाले ने भरा लिया । उसी के खिलाफ रिपोर्ट लिख रहे मुंशी ने उसी से 50 रुपये का कागज भी खरीदवा लिया । यही नही नही एक अन्य वर्दी वाले ने टीआई को देना है कहके 6 हजार रुपये भी जट लिए ।
इस मामले को लेकर एक पत्रकार ने सीधे वाट्सग्रुप में शिकायत करते हुए बताया कि पैसा उसी से लेकर दिया गया है । इस ग्रुप में मौजूद बड़े अधिकारियों की पहल पर गांधीनगर पुलिस ने पैसा वापस कर दिया है ।अब इस तरह की घटना आपके साथ भी होती है तो आप भी इस तरह सोशल मीडिया का प्रयोग कर न्याय प्राप्त कर सकते हैं , पुलिस में भी कई संवेदन शील अधिकारी है जो भले ही औपचारिक कार्यवाही न करे पर आपको राहत मिल सकती है ।