जैसे ही मुकेश गुप्ता ने कहा- च्यूटी की तरह मसल दूंगा एएसआई ने पलटकर कहा- तमीज से बात करिए
रायपुर. विवादास्पद पुलिस अफसर मुकेश गुप्ता का एक स्थायी तकिया कलाम है- च्यूटी की तरह मसल दूंगा. उनके मातहत काम करने वाले लोग बताते हैं कि जो कोई भी नियम के खिलाफ काम करने से इंकार करता था उसे वे डरा-धमकाकर कहते थे- ज्यादा बकवास मत करो… च्यूटी की तरह मसल दूंगा. गुरुवार को जब मुकेश गुप्ता ईओडब्लू में बयान दर्ज करने पहुंचे तो पुलिस अधीक्षक इंदिरा कल्याण एलेसना के कमरे में पहले से मौजूद अफसरों को उन्होंने सीधे तौर पर बाहर चले जाने के लिए कहा. उस कमरे में एक एएसआई भी मौजूद था. गुप्ता उस एएसआई को देखते ही बिफर गए. उन्होंने एएसआई से कहा- तू तो बिलासपुर का रहने वाला है न… यहां कैसे आ गया. चल बाहर निकल… नहीं तो च्यूटी की तरह मसल दूंगा….। एएसआई ने भी पलटकर जवाब दिया- तमीज से बात करिए… आप कौन हो… क्या हो… मुझे लेना-देना नहीं है. बयान देने आए हो तो सीधे-सीधे बयान दीजिए.
कोर्ट में घसीटने की धमकी
मुकेश गुप्ता की करतूतों को लेकर जो खबरें छनकर पहुंच रही है वह एक आततायी और निरकुंश अफसर की दर्प से भरी हकीकत ही बयां करती है. बताते हैं कि गुरुवार की सुबह 11 बजकर 40 मिनट पर जैसे ही वे इंदिरा कल्याण एलेसना के कमरे में दाखिल हुए वैसे ही उन्होंने अफसरों से कहा- पता है न बख्शी ( एक अफसर ) को कोर्ट में पार्टी बना दिया हूं… तुम सबको भी कोर्ट में घसीट दूंगा. मेरे पास बहुत पैसा है. एक-एक वकील को 32-32 लाख देता हूं. कमरे में मौजूद एसपी को जब उन्होंने तेवर दिखाते हुए बाहर चले जाने के लिए हड़काया तो एसपी ने विनम्रता से कहा- सर… मैं सुपर विजन अफसर हूं. आप अपने वकील के साथ आए हैं तो मैं उसके साथ ही यहां थोड़ी दूर बैठ जाता हूं. आप बयान दे दीजिए. जब यह सब बात हो रही थी तब थोड़ी देर के लिए कमरे में पुलिस महानिरीक्षक जीपी सिंह भी दाखिल हुए. उन्हें देखते ही गुप्ता बिफर गए और भला-बुरा कहने लगे. ( जो कुछ कहा गया है उसे यहां लिखा नहीं जा सकता है. ) जीपी सिंह ने संयम का परिचय तो दिया मगर तल्ख होकर कहा- जिस काम के लिए आप आए हैं वह कर लीजिए… फिर जो लिखा-पढ़ी आपको करनी है वह करते रहिएगा. आपको किसने रोका है.
कुदरत का इंसाफ
यह शीर्षक किसी हिंदी फिल्म का लग सकता है, लेकिन मुकेश गुप्ता पर भूपेश सरकार की ओर से की जा रही कार्रवाई को लोग कुदरत का इंसाफ मानकर ही चल रहे हैं. मुकेश गुप्ता के कारनामों से त्रस्त लोगों का कहना है कि जिस मिक्की मेहता से मुकेश गुप्ता ने गंधर्व विवाह किया था उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के लिए भी वे जिम्मेदार थे, लेकिन तब तमाम तरह की शिकायतों को रमन सरकार ने कचरे के डिब्बे में डाल दिया था. अब लगता है कि देर-सबेर मिक्की मेहता के परिजनों को न्याय मिल जाएगा. इधर भले ही हाईकोर्ट ने गुप्ता को जांच में सहयोग करने के लिए निर्देशित किया है, लेकिन लगता नहीं है वे बहुत ज्यादा दिनों तक बच पाएंगे. उनके खिलाफ कई तरह की और भी शिकायतें है जिन पर जांच चल रही है. सूत्र बताते हैं कि जल्द ही सभी शिकायतों पर एफआईआर दर्ज हो जाएगी. इधर खबर है कि ईओडब्लू उन्हें अभी पांच-छह बार और बुलाएगा. फिलहाल बयान देने के लिए दूसरी नोटिस जारी करने की तैयारी चल रही है.
राज कुमार सोनी की रिपोर्ट