नक्सल मुक्त अभियान का मुखिया शहर का नामी गुंडा
शिव राम प्रसाद कल्लूरी और आर एन दास की शह पर दारु के नशे में अब शहर के नामचीन मेडिकल कालेज में कर रहे गुंडागर्दी
मेडिकल कॉलेज जगदलपुर में बीती रात दो युवकों ने जमकर उत्पात मचाया। रेडक्रास में दवा खत्म होने की बात से शुरू हुआ विवाद मारपीट तक पहुंचा। मारपीट भी ऐसी कि रेडक्रास दवा दुकान में काम करने वाले कर्मचारियों को दो युवकों ने पुलिस चौकी में ले जाकर पुलिस के सामने ही पीटा। मारपीट का सिलसिला यहीं नहीं थमा कर्मचारियों को पीटने के बाद दोनों युवकों ने यहां तैनात डॉक्टरों से भी गाली गलौज करते उनके साथ भी मारपीट की।
मारपीट करने के दौरान जब रेडक्रास का संचालक एम बालाजी नायडू ने बाबू बोराई नामक युवक को समझाने की कोशिश की तो वह आईजी एसआरपी कल्लूरी और एसपी आर एन दाश के नाम की धमकी देने लगा। रेडक्रास दवा दुकान संचालक ने बताया कि मारपीट करने के दौरान वह लगातार आईजी-एसपी के नाम की धमकी दे रहा था। उसके साथ एक अन्य युवक आकाश भी था।
धरमपुरा निवासी बाबू बोराई नामक युवक रात में रेडक्रास की दवा दुकान पहुंचा था। दूकानदार की मानें तो बाबू बोराई नशे में था और उसके साथ एक अन्य युवक आकाश भी था। इसी बीच दुकान में तैनात कर्मचारी ने दवा खत्म होने की जानकारी दी तो बाबू आग बबूला हो गया और गाली गलौज करने लगा। इसके बाद जब कर्मचारियों ने विरोध किया तो उसने उनकी पिटाई शुरू कर दी। दुकान से कर्मचारी को बाहर निकालकर मैदान में मारपीट करने के बाद बाबू और उसका साथी कर्मचारियों को पुलिस चौकी ले गए।
यहां पर पुलिस के सामने ही जमकर इनसे मारपीट की गई। इसके बाद लोगों ने बीच बचाव किया तो वह उनके साथ भी उलझने लगा। इसी बीच यहां पहुंचे एक डॉक्टर के साथ भी गाली-गलौज करते हुए बाबू ने उसका कालर पकड़ लिया।
जानकारी हो कि बाबू बोरई नामक युवक बस्तर आई जी कल्लूरी और बस्तर एस पी आर एन दास के साथ हमेशा देखे जाते रहे है। सलवा जुडूम की तर्ज पर बना सामाजिक एकता मंच जो फ़िलहाल भंग हो चूका उनके कार्यक्रमो में भी यह देखा गया है। वही हाल में अग्नि नामक संस्था के विभिन कार्यक्रमों में भी हिस्सेदारी निभाते देखा गया है। पूर्व में भी बाबू बोरई के खिलाफ सामाजिक कार्यकर्ता के मोबाइल छीनने, एक राजनीतिक पार्टी के दफ्तर में तोड़-फोड़ करने. पत्रकारों को धमकाने के आरोप भी बाबू पर लग चुके हैं। इसके अलावा वह चर्च जलाने का आरोपी भी रह चुका है। आपराधिक छवि रखने वाले बाबू बोरई के साथ बस्तर एसपी और आईजी का साथ में हिस्सेदारी निभाना कई सवालो को जन्म देती है । क्या बस्तर आईजी और एसपी अपराधिक छवि के लोगों के साथ नक्सलवाद उन्मूलन के नाम पर बेगुनाहों को मार रहे है ? या बाबू जैसे कई लोगो को पुलिस पालती है और समय आने पर सामाजिक कार्यकर्ताओ, पत्रकारों, वकीलों पर हमला करवाती है ? विदित हो कि बस्तर में लगातार पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओ पर हमले हुए है, आदिवासी कार्यकर्त्ता सोनी सोरी पर भी हमला हो चूका है जिसके आरोपी अभी तक नही पकडे गए है।
प्रत्यक्षदर्शियो के अनुसार मेडिकल कॉलेज जगदलपुर में जब बाबू बोरई नामक युवक ने मार-पिट किया तो बस्तर पुलिस हाथ धरे बैठी थी। भीड़ जब बाबू बोरई पर उग्र होने लगी तो पुलिस अपने जिप में बैठा के थाने ले गई। जहाँ थाने में भी बाबू बोरई ने उत्पात मचाते पुलिस के सामने ही मेडिकल कालेज कर्मचारियों से मारपिट किया। पुलिस सारे घटनाक्रम में तमाशबिन होकर देखते रही। देर रात मार पिट करने वाले बाबू बोरई और उनके एक साथी आकाश को पुलिस ने छोड़ दिया।
“वही पुरे मामले को लेकर स्वतंत्र पत्रकार प्रभात सिंह कहते है व्हाट्स एप्प और फेसबुक पर धमकी, अश्लील गाली गलौच करने, षड्यंत्र रचने और मानहानि के खिलाफ मेरे 04 शिकायत लंबित हैं । जिसमें जगदलपुर कोर्ट से थाने और बस तक पीछा करने में यह गुंडा अन्य के साथ आरोपी है । इन सारे मामलों में भी अब तक प्रथम सुचना रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है ।,,
मेकाज में उपस्थित लोगो ने बताया कि पूर्व में भी उक्त युवक बाबू बोरई रेडक्रास दफ्तर में हंगामा कर चूका था लेकिन आज नशे में धुत्त होकर, बस्तर आईजी कल्लूरी, और एसपी आर एन दास का आदमी बता कर सबके साथ मारपिट पर उतारू हो गया. पुलिस बिना डॉक्टरी मुलाहिजा के उसे जाने दे दी.
पीयूसीएल के अध्यक्ष लाखन सिंह कहते है बाबू बोराई जेसे बहुत सारे असमाजिक और असंवैधानिक काम करने वाले पुलिस के गैरकानूनी कार्यों को अमलीजामा पहनाने के लिये पूरी फौज तैयार की गई है। यह लोग समाज में पुलिस के आतंक को कायम रखें जो काम सीधे सीधे पुलिस नहीं कर पाती है उन्हें इनके माध्यम से करवाया जाता है, चाहे पत्रकारों को प्रताड़ित किया जायें बेला का फोन छिना जायें या मनीष की सभा में उत्पात मचाया जाये।
सामाजिक एकता मंच से लेकर आग लगाने वाली संस्था अग्नि के साथ यह पूरा गिरोह आईजी कल्लूरी और एसपी के ज़रखरीद लोग है जो एक दिन इनके लिये ही भस्मासुर साबित होंगें।