पुलिस कप्तान ने लिखा इलाहाबाद एसपी को पत्र…4 दर्जन बंधक मजदूरों को छुड़ायें…बिलासपुर पुलिस का करें सहयोग
बिलासपुर— मस्तूरी के पीड़ित परिजनों ने जिला पुलिस कप्तान को बताया कि क्वांर नवरात्रि साल 2018 से इलाहाबाद में उनके अपने ईटा बनाने गए थे। आज तक नहीं लौटे। इलाहाबाद सेे उनके परिजनों ने जानकारी दी है कि उन्हें बंधक बनाकर रखा गया है। खाने पीने को नहीं दिया जाता है। मजदूरी भी नहीं मिल रही है। ईटा भठ्ठा मालिक और उनके लोग अमानवीय व्यवहारे कर रहे हैं। बहन बेटियों की इज्जत पर भी बुरी नजर रखते हैं।
पीडित परिजनों की शिकायत पर पुलिस कप्तान ने इलाहाबाद पुलिस कप्तान को् पत्र लिखकर पीड़ितों के साथ न्याय और बिलासपुर पुलिस को सहयोग दिए जाने की बात कही है।
बिलासपुर पुलिस कप्तान से गुहार लगाने पहुंचे मस्तूरी थाना क्षेत्र के टेकारी गांव निवासी गेंदराम और बोहारडीह निवासी भुरू ने अपनी पीड़ा लिखित में जाहिर की है। पीड़ितों के साथ परिजनों ने बताया कि गांव और आस पास के क्षेत्र से करीब 48 लोग इलाहाबाद ईटा भठ्ठा में काम करने गए। सभी लोगों को इस समय इरादगंज ग्राम चौकठा हवाई पट्टी के बगल में थाना घुरूपुर इलाबाद में बंधक बनाकर रखा गया है।
परिजनों ने जानकारी दी कि जब से घर के सदस्य इलाहाबाद गए हैं उन्हें लौटने नहीं दिया जा रहा है। भठ्ठा में किसी प्रकार की सुविधा नहीं है। सभी मजदूरों को दैनिक कार्य में खासी तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है। भठ्ठा मालिक राजू सेठ और उसके आदमी महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार कर रहे हैं। आए दिन गाली गलौच करने के साथ महिलाओं पर बुरी नीयत रखते हैं।
पीड़ितों के अनुसार किसी को भी भठ्ठा छोड़कर जाने नहीं दिया जा रहा है। पहले तो काम के दौरान खाना दिया जाता था। लेकिन अब उसे भी बंद कर दिया गया है। घर लौटने की मांग करते ही भठ्ठा मालिक और उसके गुंडे मारपीट करना शुरू कर देंते हैं। यहां तक की अभी तक के किए गए काम की मजदूरी भी नहीं दिया है।
बंधक मजदूरों के परिजनों ने श्रम आयुक्त को भी पत्र लिखा है। श्रम आयुक्त ने जिला कलेक्टर और पुलिस कप्तान से पत्राचार कर हालात की जानकारी दी है। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस कप्तान बिलासपुर ने इलाहाबाद एसपी को पत्र लिखकर बंधकों को छुड़ाने के साथ न्याय देने को कहा है। पुलिस कप्तान ने अपने पत्र में लिखा है कि मामले में बिलासपुर पुलिस का सहयोग किया जाए।