जेएनयू के छात्रों पर हमले के खिलाफ वामपंथी पार्टियों ने किया प्रदर्शन
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी
जिला समिति कोरबा, छग
जेएनयू के प्रशासन द्वारा की गई भारी फीस वृद्धि के खिलाफ वहां के छात्रसंघ के नेतृत्व में आम छात्रों द्वारा लोकतांत्रिक तरीके से चलाए जा रहे आंदोलन को कुचलने के लिए पुलिस प्रशासन, केंद्र सरकार और जेएनयू प्रशासन की सरपरस्ती में नकाबधारी और हथियारबंद संघी गुंडों द्वारा किये गए हमले के विरोध में आज कोरबा में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और भाकपा ने मिलकर ट्रांसपोर्ट नगर चौक पर एक विशाल विरोध प्रदर्शन किया और समूची फीस वृद्धि वापस लेने औऱ जेएनयू के कुलपति को हटाने की मांग की और जेएनयू प्रशासन, दिल्ली पुलिस और मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
सभा को संबोधित करते हुए माकपा नेता प्रशांत झा ने इस सुनियोजित हमले की तीखी निंदा करते हुए कहा कि हमलावरों को बचाने और हमले के शिकार छात्र-छात्राओं पर ही मुकदमा दर्ज करने की घटिया हरकत इस सरकार को महंगी पड़ेगी। आज देश की समूची जनता और छात्र जगत जेएनयू के साथ है। मोदी सरकार पर शिक्षा के निजीकरण का आरोप लगाते हुए माकपा नेता ने कहा कि मोदी राज में पूरे देश के शिक्षा परिसर अशांत हुए हैं और सरकार के नीतिगत निर्णय के खिलाफ उभरे छात्र असंतोष को बर्बरता से कुचला जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस सरकार और जेएनयू प्रशासन को स्पष्ट करना चाहिए कि हथियारबंद गुंडे शिक्षा परिसर में कैसे घुसे और ऐसी हालत में पूरे समय कुलपति सोये क्यों रहे?
सभा को माकपा के जनक दास, धनबाई कुलदीप, डॉ. तान्या घोष, गया बैस और माकपा पार्षद श्रुति कुलदीप और राजकुमारी कंवर; भाकपा के हरीनाथ सिंह ,एम एल रजक,आर पी खांडे, संतोष सिंह ने भी संबोधित किया। सभा के बाद महामहिम राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया। विरोध प्रदर्शन में प्रमुख रूप से जवाहर सिंह कंवर, दिलहरण बिंझवार, मनोज विश्कर्मा, सुखेन्दु घोष,रामपूजन यादव,पी के वर्मा,धर्मेंद्र ,अनूप सिंह, मुकेश,समेत अनेकों लोग शामिल थे।
प्रशांत झा, कोरबा जिला सचिव, माकपा