सिलगेर में स्थापित नए कैम्प के विरोध में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों पर गोलीबारी, 3 ग्रामीणों की मौत की खबर… बस्तर IG का दावा- फायरिंग में मारे गए नक्सली

सुरक्षाबलों के कैम्प का किया विरोध

जवानों और ग्रामीणों में झूमाझटकी के बाद घायल हुए ग्रामीण

के शंकर :-

सुकमा:-सूचना मिला है कि सिलेगर में स्थापित पुलिस कैम्प के विरोध में शांति पूर्ण प्रदर्शन कर रहर ग्रमीणों पर आज सुबह पुलिस ने अचानक बिना सूचना के गोली बारी कर दी , इस गोलीबारी में तीन ग्रामीणों की मौत और कई के घायल होने की खबर है , जबकि इस गोलीबारी को बस्तर आईजी ने नक्सली हमला बताते हुए मारे गए ग्रामीणों को नक्सली करार दिया है , फिलहाल इस घटना का व्यापक विरोध जारी है ।

जिले के अंतिम छोर में बसे सिलगेर में सुरक्षाबलों के नये कैम्प स्थापित करने को लेकर इलाकें में हजारों के संख्या में आदिवासी ग्रामीण एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, सिलगेर में 11 तारीख को बीजापुर जिले के सुरक्षाबलों ने सिलगेर गॉव में नये कैम्प स्थापित किया है उसके बाद से सुकमा-बीजापुर जिले के अलग-अलग 15 गॉव के हजारों की संख्या में आदिवासी ग्रामीण सिलगेर इलाकें में एकजुट होकर सुरक्षाबलों के कैम्प का विरोध जताते हुए लामबद्ध हुए,

*पूरे देश की जनता कोविड की महामारी से जूझ रही है पर छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार कोविड से जनता की रक्षा की जवाबदारी छोड़ आदिवासी अधिकारों व संविधान के खिलाफ जाकर बिना ग्राम सभा की अनुमति व जनता को विश्वास में लिए आदिवासी इलाकों को बड़े कार्पोरेट घरानों को बेचने के लिए जगह जगह कैम्प खोल कर बस्तर के आदिवासी जनता पर गोली चलाने के अभियान में जुटी हुई है – सम्पादक


कैम्प स्थापित की जानकारी मिलते ही बीतें गुरुवार से ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन जारी है, लगातार अलग-अलग इलाकें से और भी ग्रामीणों का जमावड़ा जारी है, शुक्रवार को ग्रामीण जिले के तिमपुरम गॉव में एकत्रित होकर नारेबाजी के साथ विरोध जताया गया, विरोध प्रदर्शन के बाद तिमपुरम गॉव से 5 किलोमीटर सिलगेर पैदल तय कर विरोध जताते हुए कैम्प पहुंचे और जमकर सुरक्षाबलों के कैम्प के विरोध नारेबाजी की गई है!

पुलिस कैम्प के विरोध में लामबद्ध हुए हज़ारों ग्रामीण, सुकमा और बीजापुर जिले के 15 गांव के ग्रामीण उतरे सड़कों पर, ग्रामीणों ने पुलिस पर लगाये मारपीट के गंभीर आरोप, गॉव से पैदल तय कर कैम्प तक पहुंचे हजारों ग्रामीण, मौके से पुलिस के साथ हुआ झूमाझटकी, छोड़े आंसू गैस के गोले, SDOP विनोद मिंज की समझाइश के बाद भी हालात बेकाबू, सुरक्षाबलों ने माहौल को देखते हुए सुरक्षात्मक तरीके से ग्रामीण की भीड़ को वापस भेजने में बल पूर्वक का इस्तेमाल किया, तब जाकर स्थिति नियंत्रण में आई है, भगदड़ में कई ग्रामीण हुए घायल, ग्रामीणों का सीधा आरोप जवानों ने ग्रामीणों के साथ मारपीट की है, विरोध प्रदर्शन के दौरान दो दर्जन से ज्यादा ग्रामीण के साथ मारपीट का लगाया गम्भीर आरोप, ग्रामीणों ने बताया कि यह विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा, जब तक कैम्प नहीं हटेगा हम लगातार विरोध जताते रहेंगेआ

के शंकर

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