योगी की कथित प्रेमिका वाले वीडियो मामले में प्रशांत के बाद महिला समेत दो और पत्रकार गिरफ्तार

नई दिल्ली। बीजेपी सरकारों ने मीडिया की घेरेबंदी शुरू कर दी है। झारखंड में पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता रुपेश कुमार सिंह की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली से “दि वायर” के पूर्व जर्नलिस्ट प्रशांत कन्नौजिया की गिरफ्तारी की खबर अभी चर्चे में ही थी कि कल रात में नोएडा से दो और मीडियाकर्मियों को पुलिस ने अपनी हिरासत में ले लिया। इनमें एक महिला मीडियाकर्मी इशिका सिंह हैं जो नोएडा से प्रसारित होने वाले चैनल नेशन लाइव की हेड हैं। दूसरे गिरफ्तार शख्स चैनल के संपादक अनुज शुक्ला हैं। इन दोनों पर योगी आदित्यनाथ से जुड़ी कथित प्रेमिका वाला वीडियो अपने चैनल पर प्रसारित करने का आरोप है। खास बात यह है कि इसमें पुलिस ही शिकायतकर्ता है।

नोएडा के सेक्टर 63 से चलने वाले इस चैनल पर आरोप है कि उसने योगी आदित्यनाथ से जुड़ी उस खबर पर डिबेट आयोजित किया था। बताया जा रहा है कि नोएडा की फेज-तीन की पुलिस ने इस सिलसिले में एफआईआर दर्ज की है। इन दोनों पत्रकारों के खिलाफ धारा 505(1), 501 और 153 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना कि चैनल ने बगैर तथ्यों की जांच किए गलत तरीके से खबर को चलाया है। आपको बता दें कि अनुज शुक्ला इसके पहले जीटीवी में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। और मध्य प्रदेश की राजनीति पर उन्हें अपनी गहरी समझ के लिए जाना जाता है।

इसके पहले लखनऊ की पुलिस ने प्रशांत कन्नौजिया को दिल्ली के मंडावली में स्थित उनके घर से रविवार को तकरीबन 12 बजे गिरफ्तार किया था। सादे ड्रेस में आयी पुलिस ने उनकी पत्नी को यह भी नहीं बताया कि उन्हें किस वजह से गिरफ्तार किया जा रहा है। यहां तक कि पुलिस टीम के पास गिरफ्तारी का वारंट भी नहीं था। उनकी गिरफ्तारी भी हजरतगंज थाने में सब इंस्पेक्टर विकास कुमार और जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर विजेंदर मिश्रा की शिकायत पर की गयी है। 

इंडियन एक्सप्रेस के हवाले से आई खबर में बताया गया है कि लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नैथानी का कहना था कि कन्नौजिया ने सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी और अफवाह फैलाने का काम किया था। नैथानी का कहना था कि पुलिस ने कन्नौजिया को सबूतों के आधार पर गिरफ्तार किया है। साथ ही कन्नौजिया ने अपराध को स्वीकार भी कर लिया था।

जांच अधिकारी मिश्रा से जब यह पूछा गया कि क्या वीडियो में सामने आयी महिला का बयान लिया गया है तो उन्होंने कहा कि प्रशांत कन्नौजिया के खिलाफ केस आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए दर्ज किया गया है। इसलिए उस महिला का बयान दर्ज करने की कोई जरूरत नहीं है। जिसका वीडियो आरोपी ने अपने सोशल मीडिया पर अपलोड किया था।

हालांकि वीडियो वाली महिला ने इस बात का दावा किया है कि शनिवार की सुबह एक पुलिस टीम उसके घर गयी थी। और उसने उसका बयान भी दर्ज किया था। उसने शनिवार की शाम को बताया कि “मैंने पुलिसकर्मियों को वही बताया जो मैं सबको बता रही हूं।”

अनुज शुक्ला और इशिका सिंह के मामले में पुलिस ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है। जिसमें उसने विस्तार से पूरे प्रकरण की जानकारी दी है।

प्रेस विज्ञप्ति

थाना फेस 3 क्षेत्रान्तर्गत स्थित बी-53 सैक्टर 65 नोएडा मे संचालित हो रहे नेशन लाइव न्यूज चैनल पर दिनांक 06.06.2019 को अपरान्ह एक पैनल चर्चा आयोजित की गयी थी। उक्त कार्यक्रम मे एक महिला के द्वारा माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार पर लगाये गये कतिपय मानहानिकारक आरोपो पर चर्चा की गयी थी। उक्त चर्चा मे मानहानिकारक आरोपो का प्रसारण बिना तथ्यो की जांच के किया गया है। उक्त चर्चा के कारण पार्टी विशेष के कार्यकर्ताओ मे रोष की भावना परिलक्षित हुई और कानून व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पडने की संभावना उत्पन्न हो गयी। इस सम्बन्ध मे थाना फेस 3 नोएडा पर उपनिरीक्षक धर्मेन्द्र सिंह द्वारा मु0अ0सं0 629/2019 धारा 505(1)/505(2)/501/153 भादवि पंजीकृत कराया गया हैं। इसके अतिरिक्त जांच में यह भी पाया गया है कि, उक्त चैनल के पास संचालन के सम्बन्ध में कोई लाईसेन्स नही है। उक्त चैनल ‘नेटवर्क 10’ नाम के न्यूज चैनल के लाईसेन्स पर बिना अनुमति प्राप्त किये संचालित किया जा रहा है। उक्त धोखाधडी के सम्बन्ध में सहायक निदेशक , जिला सूचना कार्यालय की तहरीर पर “नेशन लाइव” चैनल के विरुद्ध थाना फेस 3, नोएडा पर मु0अ0सं0 632/19 अन्तर्गत धारा 419/420/467/468/471 भादवि पंजीकृत किया गया है। चैनल हैड इशिका सिंह व सम्पादक अनुज शुक्ला को गिरफ्तार किया जा चुका है।

साभारः जनचौक. कॉम

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