लाख छट पटाहट के बाद भी भ्रष्ट पूर्व प्रभारी उप संचालक को लगा बड़ा झटका!
आमाबेड़ा में पशु चिकित्सक के रूप में करना होगा काम..!
शासन स्तर के वरिष्ट अधिकारियों की कमेटी ने अजमेर सिंह के अभ्यावेदन को किया निरस्त।

ज्ञात रहे की दंतेवाड़ा जिले के इतिहास में पशु विकास विभाग में भ्रष्ट शोषक अधिकारी के रूप में अजमेर सिंह से पहले कोई अधिकारी आया है न आएगा।
जिसने राजनीति आकाओं के खुले सरंक्षण में जमकर गरीबों व किसानों के लिए बनी शासन की अति महत्वपूर्ण योजना में पिछले 4 सालो में लाखो करोड़ो का शासन तथा गरीब किसानो को जमकर चुना लगाने में कही कोई कसर नही छोड़ी।
शासन स्तर से स्थांतरण के बाद जिस तरह शासन प्रशासन के आदेशों की खुली अवेहलना करते हुवे अपने ही विभाग के शासन स्तर पर बैठे वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ न्यायालय में वाद दायर कर उन्हे कटघेरे में खड़ा करने का प्रयास किया!
ताकि अजमेर सिंह अपने मंशा में सफल हो सके और दंतेवाड़ा में प्रभारी डीडी बने रहे!
शासन के खजाने में लाखो करोड़ो के सेंध मारी के बाद अब देखना यह है की क्या शासन ऐसे भ्रष्ट अधिकारी के पिछले 4 साल के भ्रष्ट कार्यकाल की जांच कर गरीबी किसानों के साथ न्याय कर पाएगी.?? या अब भी उसी चिकनाई में फिसलती रहेगी!ये आने वाले समय ही बताएगा।

( गीदम ) दंतेवाड़ा से दिनेश शर्मा जी की रिपोर्ट, जिन्होंने उक्त अधिकारी के भ्रष्टाचार के खिलाफ काफी समय से अभियान चला रखा था )