स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही, खुले वातावरण में कोरोना संदिग्धों की हो रही जांच

*कांकेर ब्लॉक के मेडिकल लैब टेक्नोलॉजिस्ट ने बीएमओ ओंकार पटेल से अपनी समस्या बताई। अधिकारी की कोई प्रतिक्रिया नहीं देख ब्लाक के सभी लैब टेक्नीशियन ने अपनी समस्या बताते हुए कहा कि कोविड-19 सैंपल लेने के दौरान उन्हें गुणवत्तापूर्ण एवं मानक स्तर का सुरक्षा संसाधन,उपकरण एवं लैब सामग्री प्रदान नहीं किया जा रहा है। मौखिक आदेश से काम करने के लिए बाध्य किया जाता है। हम सभी बीते 5 माह से, बिना अवकाश के 24 घंटे लगातार ड्यूटी कर रहे हैं।शासन द्वारा निर्देशित रोटेशन नियम का कहीं भी पालन नहीं हो रहा है,जिसके कारण सभी शारीरिक और मानसिक रूप से तनाव के दौर से गुजर रहे हैं। ओपीडी के सामान्य मरीजों के साथ ही कोविड-19 मरीजों के सैंपल के लिए भी दबाव बनाया जा रहा है। जो कि सुरक्षा की दृष्टि से सरासर ग़लत है। एक लैब टेक्नीशियन की ड्यूटी दो से तीन जगह पर लगाई जा रही है। जांच के साथ ही मरीजों की ऑनलाइन डाटा एंट्री का काम भी इन्हीं के बलबूते है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कोविड 19 जांच हेतु पृथक कक्ष की व्यवस्था नहीं है, मरीजों को खुले में सैंपल लिया जा रहा है जिससे समुदाय स्तर पर तेजी से संक्रमण फैलने कीसंभावना है । इनका यह भी कहना है कि हमारी समस्याओं के संबंध में कई बार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जे एल उइके एवं खंड चिकित्सा अधिकारी कांकेर ओंकार पटेल को मौखिक एवं लिखित रूप से बताया जा चुका है किंतु आज तक हमारी समस्याओं पर गंभीरता नहीं दिखाई है। नाम ना बताने की स्थिति में एक लैब टेक्नीशियन ने बताया कि किसी भी प्रकार की सुरक्षात्मक संसाधन, सामग्री या उपकरण की मांग करने पर उन्हें नोटिस देकर ट्रांसफर करने की धमकी दिया जा रहा है।
पूरे मामले की पताशाजी करने आज टाप न्यूज़ की टीम शहरी प्राथमिकस्वास्थय केंद्र रामनगर कांकेर पहुंची जहां पर लैब टेक्नीशियन द्वारा ओपीडी मरीजों की एचबी, ब्लड ग्रुप, शुगर जैसे सामान्य जांच के साथ ही खुले आसमान में बिना किसी पृथक कक्ष के संदिग्धों का सैंपल लिया जा रहा था, इसी दौरान एक पाज़ीटिव मरीज की भी पुष्टि हुई। देखते देखते, उपस्थित सारे लोगों में डर का माहौल बन गया। इस प्रकार की असुविधाजनक एवं असुरक्षात्मक परिस्थिति में लापरवाही पूर्वक जांच से मोहल्लेवासियों एवं अस्पताल आने वाले मरीजों में दहशत एवं भय का वातावरण है तथा तेजी संक्रमण के फैलने का खतरा मंडरा रहा है।
*कांकेर विकास खंड के खण्ड चिकित्सा अधिकारी ओमकार पटेल को इस मामले पर पूछने पर एक सप्ताह में कोरोना जांच हेतु कक्ष तैयार करने की बात कहते हुए अपनी जिम्मेदारी से साफ बचते नजर आये।*

वही
CMHO से डॉ जे.एल.उईके के बात हुआ तोह उनका कहने है अतिशीघ्र बनवाया जायेगा कोरोना जांच सेम्पल केंद्र
तब तक आम जनता ऐसे ही खुले में कोरोना जांच करवायेंगे कही कही ना कोरोना का फैलाने का डर बना हुआ है अब देखना है कि कब तक जनता के लिए कोरोना जांच सेम्पल कक्ष बनाये जाएगा जनता के लिये
जबकि बिना जांच क्रेंद्र निर्माण के कोरोना जांच करना सरासर गलत है

वीरेंद्र यादव

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!