गणेश तिवारी का पत्ता साफ ! कांग्रेस ने भी नकारा और इंटक ने भी बताया फर्जी , जल्द करेगी संगठन कार्यवाही

संसदीय सचिव शिशुपाल शोरी ने कहा कि कांग्रेस को बदनाम करने वाले को बख्शा नहीं जाएगा

कांकेर – अपने आप को कथित रूप से वरिष्ठ कांग्रेसी और इंटके का राष्ट्रीय सचिव व प्रवक्ता बता कर कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ फोटो खिंचवाकर ठगी करने वाले वाले शातिर बदमाश गणेश तिवारी की पोल खुल चुकी है । कांग्रेस नेताओं ने जहां उससे पूरी तरह पल्ला झाड़ लिया है वही इंटक ने भी उससे किसी प्रकार का संबंध होने से इनकार किया है ।

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ज्ञात हो कि कांकेर के हिस्ट्रीशीटर बदमाश जिसके ऊपर विधानसभा चुनाव से पहले 110 की कार्यवाही चल रही थी ने कांग्रेस सरकार बनते ही अपने आप को कांग्रेसी साबित कर और बड़े नेताओं के फोटो अपने साथ दिखा कर गृह विभाग में किसी बड़े नेता के माध्यम से दबाव डलवा कर झूठ का सहारा लेकर अपने खिलाफ 110 की कार्यवाही रोकवा लिया था । उसके बाद यह कांग्रेस के किसी भी कार्यक्रम धरना प्रदर्शन के में जबरदस्ती घुस कर नेताओं के साथ फोटो खींचा कर इन फोटो का एक एल्बम बना कर अधिकारियों को ब्लैकमेल करता था । इसके कारनामों की पोल भूमकाल समाचार लगातार खोल खोल रहा है । ज्ञात हो कि यह इसने आगामी एक सितंबर को अपने कथित बर्थडे के दिन केक काटने के लिए चर्चित युवा नेता कन्हैया कुमार सहित बॉलीवुड की कई अभिनेत्रियों के आने का दावा किया था और इस बहाने अपने गुर्गों के माध्यम से कई जिलों में चंदा वसूली करना शुरू कर दिया था।

इस मुद्दे पर कांग्रेस ने गणेश तिवारी से पूरी तरह से पल्ला झाड़ लिया है , कांग्रेस के प्रदेश सचिव दिलीप खटवानी ने पहले ही इंकार कर दिया है कि गणेश तिवारी का कांग्रेस से किसी प्रकार का कोई संबंध नहीं है वह कांग्रेस का एक प्राथमिक सदस्य भी नहीं है । इधर संसदीय सचिव बनने के बाद पहली बार कांकेर वापस आए कांकेर के विधायक शिशुपाल शोरी ने पत्रकारों के पूछने पर बताया कि गणेश तिवारी कांग्रेस के नाम का को बदनाम कर रहा है, उस पर कांगरे संगठन विधिवत कार्यवाही करेगी ।

ज्ञात हो कि इंटक कांग्रेस से संबंधित मजदूर यूनियन का नाम है और इसके पदाधिकारी कांग्रेस के सक्रिय मेंबर हुआ करते हैं , पर गणेश तिवारी जिस इंटक का अपने आप को पदाधिकारी बताता है उस इंटक का कांग्रेस से किसी प्रकार का कोई संबंध नहीं है यह दावा प्रदेश इंटक के अध्यक्ष राकेश बैस ने भूमि का समाचार से किया है । राकेश बैस के अनुसार कानपुर में इंटक से मिलाजुला नाम बनाकर एक अलग संगठन का रजिस्ट्रेशन कराया गया है जिसका अखिल भारतीय कांग्रेस से किसी प्रकार का कोई संबंध नहीं है । पता चला है कि गणेश तिवारी के खिलाफ चांपा जांजगीर जिले में इंटक के किसी पदाधिकारी ने रिपोर्ट भी दर्ज कराया हुआ है । किंतु इन सारी घटनाओं के बाद भी गणेश पर किसी प्रकार का कोई असर नहीं पड़ा है और वह अभी भी बड़े नेताओं उनके रिश्तेदारों, बड़े अधिकारियों के साथ फोटो खिंचवाने के षड्यंत्र में लगा हुआ है । इन्हीं सब फोटोग्राफ को दिखा कर वहां अधिकारियों को ट्रांसफर, पदोन्नति और अन्य मालूम मामलों में मदद करने के नाम से नाम से ठगी करने में भी लगा हुआ है ।

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