जशपुर की महिलाएं महुआ से बना रही है सैनिटाइजर

जशपुर । जिलाधीश निलेश कुमार क्षीरसागर ने अपने फेसबुक व ट्यूटर से जानकारी दी है कि महुआ से सैनिटाइजर बनाने वाला जशपुर देश का पहला जिला बन गया है । महुआ से बने हर्बल सैनिटाइजर का निर्माण महिला स्व सहायता समूह के द्वारा किया गया है।

प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने भी ट्वीट कर यह जानकारी है कि जशपुर के महिलाओं ने महुआ से हर्बल सेनीटाइजर बनाए हैं जो कोविड-19 से लड़ाई में मददगार साबित होगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार जशपुर के युवा वैज्ञानिक समर्थ जैन ने महुआ को परिष्कृत कर हर्बल सेनेटाइजर बनाया है जो कि पूरी तरह सुरक्षित है और उपयोगी है जिला प्रशासन के आग्रह पर इस हर्बल सेनेटाइजर बनाने की तकनीक को विकसित किया है।
जिला प्रशासन और वन विभाग के संयुक्त प्रयास से स्वयंसेवी सहायता समूह के द्वारा वनोपज से हर्बल सैनिटाइजर का निर्माण किया गया है इसका निर्माण अभी लघु पैमाने पर किया गया है जिसका व्यापक पैमाने पर उत्पादन कर पूरे जशपुर जिले में सभी लोगों तक सैनिटाइजर पहुंचाने का व्यवस्था कर रही है अभी हर्बल सैनिटाइजर का कम मात्रा में निर्माण किया गया है।

“महुआ”कई औषधीय गुणों के साथ-साथ एक बेहतरीन खाद्य पदार्थ तथा शराब बनाने में सस्ता सुलभ चीज भी है यदि इससे सेनेटाइजर जैसे कोई चीज बनता है तो सोने पे सुहागा है। वर्तमान में यह एक प्रमुख वनोपज के रूप में संग्रहित होता है , इसी साल इसका खरीदी दर प्रति किलो 19 रुपये से बढ़ा कर 30 रुपये किया गया है । अभी तक इसका आदिवासी इलाकों में इसका ज्यादातर प्रयोग शराब बनाने में किया जाता है।