जोगी कांग्रेस लाना चाहती है सरकार के विरूध्द अविश्वास प्रस्ताव , भाजपा से मांगा समर्थन, जोगी ने की नेता प्रतिपक्ष कौशिक से चर्चा

रायपुर। दिनांक 6 जुलाई 2019। आगामी मानसून सत्र 12 जुलाई 2019 को शुरू होने वाला हैं। जिसमें राज्य के एक मात्र मान्यता प्राप्त क्षेत्रीय राजनीतिक दल जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) विधानसभा के अंदर सरकार को चैतरफा घेरने की तैयारी कर रही है।

इस विषय में पार्टी सुप्रीमो श्री अजीत जोगी ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा 15 वर्ष के कार्यकाल में भाजपा ने छत्तीसगढ़ को जितना नुकसान पहुंचाया है, उससे कहीं ज्यादा 06 माह के कार्यकाल में कांग्रेस की भूपेश सरकार ने छत्तीसगढ़ को बर्बाद कर रही है।

आंध्रप्रदेश में पोलावरम, तेलांगना में सृजला-श्रीवंती और देवदुल्ला, तथा उड़िसा में खातीबुड़ा, टेलांगिरी और मुखीगुड़ा बांधों के निर्माण से छत्तीसगढ़ को होने वाले डूबान की जानकारी के बाद भी भाजपा-कांग्रेस मौन हैं और दोनो पार्टियों के राष्ट्रीय नेतृत्व ने अपनी सहमति पहले प्रदान कर दी हैं। छत्तीसगढ़ के बहुमूल्य खनिज संपदा खदानो को अडानी एंटर्प्रायज़ेज़ लिमिटेड को आबंटित कर छत्तीसगढ़ को अडानीगढ़ बनाया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में शराबबंदी के बजाय शराब की कीमतों, ब्रांडों, समय और काउंटरों में बढोतरी कर छत्तीसगढ़ को शराबमंडी बनाया जा रहा है।

इसलिए राज्य की पहली मान्यता प्राप्त क्षेत्रीय पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) सरकार के विरूध्द विपक्ष के हाथ में सबसे सशक्त हथियार नियम 143 के अंतर्गत अविश्वास प्रस्ताव लाना चाहती है। इस प्रस्ताव के लिए सदन के कुल 90 सदस्यों में से 1 बटा 10 अर्थात् कुल 09 विधानसभा सदस्यों के समर्थन की आवश्यकता हैं। 9 सदस्यों के हस्ताक्षर होने के बाद सरकार के पास सभी कार्य रोककर अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा कराने के अलावा और कोई विकल्प नहीं होगा। अकेले जोगी कांग्रेस के पास 05 सदस्य तथा बसपा के 02 सदस्य अर्थात गठबंधन के कुल 07 सदस्य हैं। इस तरह अविश्वास प्रस्ताव के लिए 02 और सदस्यों की आवश्यकता हैं जिसके लिए जनता कांग्रेस के सुप्रीमो श्री अजीत जोगी ने भाजपा से समर्थन मांगा है और इसके लिए नेता प्रतिपक्ष श्री धरमलाल कौशिक से चर्चा भी की है।

श्री धरमलाल कौशिक ने इस विषय पर अपनी पार्टी से चर्चा करने के पश्चात् निर्णय लेने की बात कही है। श्री जोगी ने कहा यदि अविश्वास प्रस्ताव लाने में भाजपा समर्थन करती हैं तो माना जाएगा की भाजपा छत्तीसगढ़ की हितैषी हैं अन्यथा माना जाएगा की कांग्रेस और भाजपा एक ही सिक्के के दो पहलू हैं- एक नागनाथ और दूसरा सांपनाथ!

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