प्रदेश से बाहर की अवैध शराब बिकवाने वाले आबकारी उपनिरीक्षक पर कोई कार्यवाही नहीं, पुलिस ने पकड़ा था 55 पेटी शराब
सहायक आयुक्त आबकारी पर संरक्षण का आरोप

शुभम शुक्ला
बिलासपुर के चकरभाठा एरिया में छत्तीसगढ़ पुलिस की सक्रियता से 55 पेटी मध्य प्रदेश से तस्करी की गई शराब मिलने से यह साबित हो चुका है कि छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में भारी मात्रा में स्मगलिंग की शराब खपाई जा रही है ।
ज्ञात हो कि आबकारी विभाग के मंत्रालय में पदस्थ एक बड़े अधिकारी के वरदहस्त पर बिलासपुर की सहायक आयुक्त आबकारी श्रीमती नीतू नोतानी पर अपने निकट अस उप निरीक्षकों के माध्यम से पूरे जिले में अवैध शराब खपाने का आरोप लगातार पिछले साल भर से लग रहा है मगर उक्त धिकारी को उपरी वरदहस्त प्राप्त होने के कारण से अभी तक इनके और इनके अधीनस्थ कर्मचारियों पर कोई कार्यवाही विभाग द्वारा नहीं किया जाना सीधे विभाग पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है ।
ज्ञात हो कि चकरभाटा के जिस एरिया से 55 पेटी मध्य प्रदेश की अवैध शराब जप्त की गई है, उस एरिया का उपनिरीक्षक आपकारी आशीष सिंह जी हैं इन पर आरोप है कि वह लगातार अपने ही विभाग के दूसरे उप निरीक्षकों के इलाके में जाकर तो कार्यवाही करते हैं परंतु अपने इलाके में अवैध शराब बिक्री के लिए पूरी तरह से तस्करों की मदद करते हैं । उनके इस अवैध काम में विभागीय अधिकारी सहायक आयुक्त श्रीमती नीतू नथानी भी पूरी तरह से साथ है या इसलिए स्पष्ट होता है कि इतनी बड़ी कार्यवाही के बाद भी अभी तक नीतू नथानी ने उक्त उपनिरीक्षक आशीष सिंह पर कोई कार्यवाही नहीं की है ना उसकी अनुशंसा की है जबकि अभी तक की परंपरा रही है कि जिस आबकारी निरीक्षक के इलाके से पुलिस की कार्यवाही में अवैध शराब जप्त होता है तो उक्त उपनिरीक्षक पर कार्रवाई होती है और अगर किसी पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत आबकारी विभाग के द्वारा भैया जी पुलिस संरक्षण में चलाए जा रहे अवैध शराब पकड़ा जाता है तो उक्त इलाके के पुलिस अधिकारी पर कार्यवाही होती है । उपायुक्त के पद में पदोन्नत हुए नीतू नथानी इन्हें इनके पद के हिसाब से जवाब दे रही जवाबदारी देने के बजाय केवल बिलासपुर जिले में सहायक आयुक्त बनाकर बिठा दिया गया है फिलहाल बिलासपुर जिले की प्रमुख आबकारी अधिकारी नीतू नथानी उस उप निरीक्षक को बचाने के लिए जी जान लगा चुकी हैं जिनके इलाके से भारी मात्रा में अन्य प्रदेश की शराब अवैध रूप से व्यस्त हुए पकड़ी गई है अब यह संयोग ही नहीं हो सकता कि बेचने वाले आरोपी भी उक्त अधिकारी के समुदाय से हैं और अभी तक बिलासपुर जिले में जितने भी मामले पकड़े गए हैं उसमें ज्यादातर आरोपी इसी समुदाय से आते हैं ।

शुभम शुक्ला