मरे हुए लोगों के नाम से फर्जी मस्टररोल बनाकर व सरपंच का फर्जी दस्तखत कर सचिव ने डकार दिया लाखों रुपया
सरपंच व रोजगार सहायक के नाम भी मस्तररोल में
अधिकारियों के संरक्षण में चल रहा भ्रष्टाचार का खुला खेल
सुकमा ( भूमकाल समाचार ) बस्तर के अनेक नक्सल प्रभावित इलाकों में आज भी भ्रष्टाचार का खेल खुलेआम चल रहा है । ताजा मामला कोंटा जनपद के एलमपल्ली पंचायत का है जहां पूर्व सचिव पर सरपंच हिमानी मरकाम ने आरोप लगाया है कि उसने सरपंच के फर्जी सील और दस्तखत से फर्जी मस्टररोल बनाकर रोजगार गारंटी योजना में लाखों का गोलमाल किया है । हिमानी मरकाम द्वारा कलेक्टर को की गई लिखित शिकायत में दावा किया गया है कि उक्त सचिव द्वारा बनाए गए मस्टररोल में दर्ज अधिकांश नाम मर चुके व दृष्टिहीन लोगों के हैं ।
सरपंच हिमानी मरकाम द्वारा कलेक्टर को किए गए शिकायत में आरोप लगाया गया है कि पूर्व सचिव गिरीश कश्यप द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना का काम मशीनों से कराया गया और मास्टर रोल में मृतकों वह दृष्टिहीन लोगों का नाम शामिल कर लाखों रुपयों का गबन किया गया है । आश्चर्य है कि इस मस्टररोल में स्वयं सरपंच हिमानी मरकाम , दो अनुदेशक व रोजगार सहायक के भी नाम है।
ज्ञात हो कि गत वर्ष एलमपल्ली में 19 लाख की लागत से तालाब का निर्माण रोजगार गारंटी योजना के तहत किया गया है ग्रामीणों और सरपंच का आरोप है कि इस कार्य में जेसीबी और ट्रैक्टर का इस्तेमाल किया गया जबकि पूरी तरह मस्टररोल फर्जी बनाकर सचिव द्वारा गर्म कर लिया गया । आरोप है कि गबन को अंजाम देने के बाद उक्त सचिव द्वारा भेद खुलने के डर से कांग्रेसी नेताओं को पैसे देकर अपना स्थानांतरण भी करवा लिया गया इन दिनों यह सचिव नागरगुंडा पंचायत में पदस्थ है ।