अपने जन्मदिन पर कन्हैया कुमार और बड़े-बड़े फिल्मी स्टार के आने का दावा कर चंदा खोरी कर रहा फर्जी कांग्रेसी नेता

ना मजदूर रहा ना किसी मजदूर आंदोलन से जुड़ा पर बन गया है इंटक का फर्जी राष्ट्रीय सचिव और राष्ट्रीय प्रवक्ता

खुद हिस्ट्रीशीटर, पर उल्टे पुलिस अधिकारी पर लगा रहा है अपराधियों से सांठगांठ का आरोप

कांकेर (गणेश तिवारी) । कांग्रेस के एक कथित युवा नेता इतने अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त हो चुके हैं कि उनके जन्मदिन में कन्हैया कुमार से लेकर बॉलीवुड अभिनेत्री शीतल ठक्कर, इंटक के राष्ट्रीय सचिव पर्सिस मोनालिसा व बड़े बड़े वीआईपी आने वाले हैं ।

अपने गले में खुद माला डालकर फोटो खींचाने वाला इकलौता नेता

यह मिस्टर गणेश तिवारी हैं, खुद हिस्ट्रीशीटर है, इसके ऊपर 27 अपराधिक प्रकरण चल रहे हैं, इन पर 110 की कार्यवाही चल रही है । भूमकाल समाचार के पास गणेश तिवारी के समस्त अपराधिक कृत्यों की सूची मौजूद है। इस पर करोड़ों की धोखाघड़ी, ब्लैक मेलिंग के कई मामले दर्ज है । यह कई बार जेल काट के आ चुके हैं । अब कथित रूप से एक पत्रकार भी बन चुका हैं, फिर कई नेता को मूर्ख बना उनके साथ फोटो खिंचाकर व अपनी ही विज्ञप्ति छाप- छाप के नेता भी बन गए हैं ।

उसके बाद पोस्टर छपाऊं नेता के रूप में यह कांग्रेस के कई नेताओं के नजदीकी के रूप में खुद को प्रचारित करते रहे। बाद में कांग्रेस के विभाजन के कई गुटों में अपने आपको स्वयंभू नेता घोषित करते रहा हैं । अभी भी इनके फेसबुक आईडी में अपने आप को भारतीय कांग्रेस का अध्यक्ष भी बताया जा रहा हैं ।

गणेश वर्तमान में एक ही समय में दैनिक श्रम बिंदु व अमर स्तम्भ अखबार के उप सम्पादक रहते हुए करीब 10 से ज्यादा पोर्टल के पत्रकार या मालिक रहते हुए कथित रूप से इंटक के राष्ट्रीय महासचिव व राष्ट्रीय प्रवक्ता भी बने हुए हैं , जबकि गणेश का नाता ना तो किसी कारखाना के मजदूर से हैं ना किसी मजदूर आंदोलन से इनका कोई संबंध रहा है । गणेश अपनी उपलब्धियों के बारे में और किसी पर भी राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप या किसी अधिकारी के खिलाफ शिकायत अपने अखबार में ही करते रहते हैं, मतलब मीडिया के मामले में आत्मनिर्भर है । इन्हीं में से एक अखबार डीलक्स समाचार में उन्होंने दावा किया है कि कन्हैया कुमार इनके बहुत पुराने मित्र हैं और वे उनके जन्मदिन पर व्यस्तता के बावजूद शामिल होने का मोह नहीं छोड़ पा रहे हैं ।

सीएम साहब को पता नही कौन हिस्ट्रीशीटर उनके साथ फोटो खींचा गया

गणेश को जब भी अवसर मिलता है तो वह किसी न किसी नेता या मंत्री के साथ अपना फोटो जरूर खींचा लेता हैं । भले उस मंत्री को पता चले या न चले कि मेरे बगल में कौन खड़ा है । मगर इन्हीं फोटो को अधिकारियों को दिखाकर वह बड़ा बड़ा काम कर जाते हैं । इनके फोटो प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर राष्ट्रीय स्तर के नेता व प्रदेश प्रभारी पूनिया जी तक के साथ मिल जाएंगे । पहले इन्होंने अजीत जोगी, अमित जोगी विद्या चरण शुक्ला आदि के साथ भी फोटो खींचा रखा है ।

गणेश को इस असाधारण कला के पीछे काफी संघर्ष करना पड़ा है । 22-23 साल की उम्र में ही उसे उस पर कांकेर के स्वास्थ्य विभाग के एक बड़े अधिकारी को ब्लैकमेल करने का आरोप लगा था । उसके बाद तो उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा , उसके बाद इसने धोखा घड़ी ( धारा 420 ) और ब्लैक मेलिंग का कीर्तिमान रच दिया । काफी लंबे समय तक उसे जेल में रहना पड़ा और इसी दौरान उसने नेतागिरी के गुर भी सीखें और जब उसकी बातें, उसकी विज्ञप्ति कांकेर के कोई अखबार, कोई मीडिया वाले छाप नहीं रहे थे, तब उसने अपने आपको मीडिया समूह का मालिक बना लिया ।

कांकेर में इसके खिलाफ 27 से ज्यादा प्रकरण दर्ज हो चुके हैं जिनमें से ज्यादातर धोखा घड़ी, मारपीट और जान से मारने की धमकी के हैं । जिला प्रशासन में पुलिस की ओर से इनके खिलाफ 110 का मामला भी कई बार प्रस्तुत किया गया है । गणेश ने यूपी के माफिया वालों से सीख कर अब पुलिस के भी कुछ अधिकारियों से दोस्ती और कुछ से दुश्मनी बनाए रखना सीख लिया है । इसी के तहत इन्होंने कांकेर के कई जिलाधिकारियों सहित नए पुलिस अधीक्षक के आते ही उन्हें प्रभावित करने के लिए पिछले दिनों साल हो श्रीफल भेंट कर उनके साथ फोटो खिंचा लिया था ।

इस फोटो को वायरल करने के कुछ ही दिन बाद गणेश ने चरित्र हीनता के आरोप में कांकेर के टीआई से हटाए गए अपने एक मित्र पुलिस अधिकारी के कहने पर कांकेर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कीर्तन राठौर के खिलाफ लगातार अपने फर्जी प्रकाशन ग्रुप में समाचार छापना और विज्ञप्ति जारी करना शुरू कर दिया है । यह टीआई चरित्र हीनता के आरोप में थाने से हटाया गया था । यह सब तो ठीक है इनसे तो विधिवत जांच कर के प्रशासन निपट लेगी, पर कांकेर में एक सितंबर को जो व्यवस्था की समस्या आने वाली है उसकी तैयारी के लिए प्रकाश प्रशासन को नाकों चने-चबाने पड़ सकते हैं । कोरोना की महामारी से वैसे ही प्रशासन त्रस्त है अब कन्हैया कुमार, फिल्मी कलाकार शीतल ठक्कर और बड़े-बड़े वीआईपी को संभालने के लिए स्वयं मुख्यमंत्री को गृहमंत्रालय को लगाना पड़ सकता है ।

पता चला है कि इन बड़े-बड़े वीआईपी के आने का प्रचार कर गणेश तिवारी की टीम प्रदेश भर के अधिकारियों, व्यापारियों, ठेकेदारों और सप्लायरों से चंदा खोरी करने में लगी हुई है *भूमकाल समाचार* के पास ऐसे ही कई साक्ष्य मौजूद है । पता चला है कि उक्त कथित नेता अधिकारियों / चंदा दाताओं से मिलते समय उन्हें डराने और प्रभावित करने के लिए इन दिनों मुख्यमंत्री व पीएल पुनिया के साथ अपना फोटो भी दिखाने लगा है, हालांकि अधिकांश भ्रष्ट लोगों में उक्त नेता के प्रति दहशत है, इसलिए हुए शिकायत करने से डर रहे हैं ।

*इधर प्रदेश कांग्रेस के सचिव दिलीप खटवानी ने इस मुद्दे पर भूमकाल समाचार को बताया है कि- ” गणेश तिवारी कांग्रेस का प्राथमिक सदस्य भी नहीं है अतः वह कांग्रेस से संबंधित किसी भी जन संगठन का पदाधिकारी हो ही नहीं सकता । अगर वह कांग्रेस से सम्बंधित किसी संगठन के नाम से किसी भी प्रकार की विज्ञप्ति या कोई कार्य कर रहा है तो उससे कांग्रेस का किसी प्रकार कोई संबंध नहीं है कृपया लोग उस से भ्रमित ना हो “

कमल शुक्ला

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