भाजपा नेत्री का पति करता है रेत की चोरी, और सीना जोरी के लिये रखे है कुछ तथाकथित पत्रकार व गुंडे

कांकेर ( भूमकाल समाचार ) कांकेर जिला कलेक्टर और जिला खनिज विभाग के असहयोग के बाद भी लगातार भूमकाल समाचार के प्रतिनिधि जान जोखिम में डालकर ना केवल रेत की अवैध खनन के स्थल से रिपोर्ट कर रहे हैं बल्कि खुद ही जनता की मदद से अवैध खनन की गाड़ियों को जप्त कर खनिज विभाग को कार्यवाही के लिए मजबूर भी कर रहे हैं । इसी कड़ी में आज रेत माफिया को लेकर एक बड़ा भेद खुला कि चारामा से लगे ग्राम नारा के भाजपा नेत्री का पति युवराज सिन्हा खुद कांग्रेस नेताओं के साथ सरंक्षण व पार्टनरशीप में अवैध उत्खनन के कारोबार में जुड़ा हुआ है ।

*आज भी भूमकाल समाचार के जुझारू सक्रिय पत्रकार वीरेंद्र यादव ने अपनी टीम के साथ एक रेत से भरे डम्फर को चारामा के एक पेट्रोल पंप के पास खड़े करा कर उसका चाबी छीनकर खनिज अधिकारी मनोज बंजारे को फोन किया फिर उसका जब्ती बनवाया । पता चला है कि उक्त डंपर ग्राम नारा के ही एक भूतपूर्व सैनिक का है जो रेत माफिया युवराज सिन्हा द्वारा डम्प कराए गए माल से रेत भरकर जिले से बाहर कहीं सप्लाई करने के लिए जा रहा था उक्त डंपर के ड्राइवर ने ” भुमकाल समाचार” को दिए गए बाइट में खुद स्वीकार किया है कि यह रेत भाजपा नेता युवराज सिंह द्वारा स्वयं खड़े होकर लोड करवाया गया ।*

ज्ञात हुआ है कि अवैध रेत उत्खनन के धंधे में स्थानीय कुछ पत्रकारों की भी संलिप्तता है । कुल मिलाकर इस कारोबार में खनिज अधिकारी जिला कलेक्टर वह कांकेर जिले के बड़े नेताओं की संलिप्तता से आस-पास के नदियों रेत की अवैध उत्खनन कर न केवल शासन को नुकसा पहुँचाया जा रहा है बल्कि लाखों की राजस्व की चोरी के साथ ही नदियों के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है । खनिज विभाग को सूचना देने पर यादव हुए अपना फोन बंद रखते हैं अथवा जब वह कार्यवाही के लिए पहुंचते हैं तब तक किसी विशेष समझौते के तहत उत्खनन में लगी हुई गाड़ियां और उपकरण गायब हो जाते हैं । यह भी पता चला है कि रेत माफिया द्वारा रोज के हिसाब से कुछ रुपयों वह शराब के बदले लाठी धारी कुछ गुंडों का सहयोग लिया जा रहा है ।

यदि कभी कभार चोरी की रेतभर कर जा रही हाइवा पर खनिज विभाग कार्यवाही करती भी है तो कुछ लोगों द्वारा व नेतागिरी व पत्रकारिता का धौस देते हुये गाड़ियों को छोड़ने का दबाव भी बनाया जाता है। इस सबंध में नारा, कोकड़ी मुड़पार, हाटकोंगरा के कुछ ग्रामीणों ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि हर रोज 10 से 15 हाइवा रेत की चोरी युवराज सिन्हा, खगेश्वर राणा, भूपेंद्र शांडिल्य, सर्वेस आदि लोगों के द्वारा मुड़पार, नदी से रेत निकलवा कर जगह-जगह डंप किये जाते है जिसके बाद रात के अंधेरे में रेत की सप्लाई जिले से बाहर की जा रही है।

कुछ ग्रामीणों ने तो यह भी बताया कि इसकी सूचना खनिज विभाग को देने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं कि जाती और खनिज विभाग यदि पहुंचती भी है तब तक हाइवा जेसीबी से लोड होकर निकल जाती है अब यह माजरा समझ नही आता कि खनिज विभाग जानबूझ कर लेट लतीफी करती है या इसके पीछे का कारण और कुछ है। यहाँ यह बताना लाजिमी है कि शासन द्वारा जिले की आबंटित सभी रेत खदाने 15 अक्टूबर तक बन्द है जिसका पूरा फायदा रेत चोर आस-पास की नदियों से रेत की चोरी कर उठा रहे है जिस पर लगाम कसना जरूरी हो गया है पर खनिज विभाग की निष्क्रियता के चलते यह काम नहीं हो पा रहा है और ऐसे लोग रोज शासन को लाखों की राजस्व का नुकसान पहुँचा रहे है।

पिछले 10 वर्षों से नारा व आस पास के नदियों से युवराज सिन्हा द्वारा किया जा रहा रेत की चोरी
भाजपा नेत्री का पति युवराज सिन्हा पिछले 10 वर्षों से गांव के आसपास के नदियों से रेत की चोरी किया जा रहा है जिससे नदियों का अस्तित्व भी खतरे में है। जहाँ नदियों में रेत का टीला बना रहता था वहाँ मशीनों से खुदाई व रेत की चोरी के चलते आज कुआँ वह नदी कुएं में तब्दील हो गई है जिसका गांव वाले दबी जुबान से विरोध भी करते रहते है। भाजपा शासनकाल जिस तरह ये लोग रेत की चोरी करते रहे वैसे ही आज भी ये लोग खदाने बन्द होने के बाद रेत की चोरी कर रहे है जिस पर ठोस कदम उठाने की जरूरत है।

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